मसाया सोलर प्लांट पर जमीन हड़पन का आरोप: किसान बोला- भाजपा नेता ने खसरे में सुधार के बदले एसडीएम को देने 12 लाख रुपए लिए – Khandwa News

मसाया सोलर प्लांट पर जमीन हड़पन का आरोप:  किसान बोला- भाजपा नेता ने खसरे में सुधार के बदले एसडीएम को देने 12 लाख रुपए लिए – Khandwa News


सामान रखने के लिए किराये पर ली किसान की जमीन पर प्लांट लगा दिया।

खंडवा के एक किसान ने मसाया सोलर एनर्जी कंपनी पर जमीन हड़पने का आरोप लगाया है। किसान ने कहा कि कंपनी ने सामान रखने के लिए 2020 में उससे 17 एकड़ जमीन ली थी। खेत में 6 हजार फलदार पेड़ लगे थे, बदले में दो साल के लिए एक करोड़ 40 लाख रूपए का मुआवजा सहित किराया

.

भाजपा नेता ने कराई थी डील कलेक्टर सहित पुलिस थाने में शिकायत कर चुके भूमिस्वामी सुशील तिवारी ने बताया कि मेरे पास भाजपा नेता श्याम पाटीदार और आजम गौरी मसाया सोलर एनर्जी प्रायवेट लिमिटेड के अधिकृत व्यक्ति के तौर पर मिलने आए थे। इन्होंने मुझसे जमीन किराए पर लेने की बात की, 19 महीने के लिए जमीन को किराए पर देने का कहा। बदले में प्रतिमाह किराया 7 लाख 40 हजार रुपए तय किया गया था। दोनों ने कहा था कि 19 महीने बाद जमीन खाली करके दे देंगें या फिर आगे और किराए से जमीन लेना चाहेंगे तो इसी 7 लाख 40 हजार रूपए प्रतिमाह की दर से आगे भी किराया अदा करते जाएंगे।

जमीन सिर्फ किराए पर दी थी, उन्होंने हड़प ली मेरी और से शर्त रखी गई कि लिखित अनुबंध करके जमीन किराए पर दूंगा। मेरी जमीन में स्थित मंदिरों को किसी भी प्रकार की क्षति नहीं पहुंचना चाहिए। मुझे मंदिरों में आकर पूजा पाट भजन कीर्तन करने में कोई रोकटोक नहीं होगी, खेत में बने भवनों को किसी प्रकार का नुकसान नहीं होगा ये सब बात मैंने स्पष्ट कही थी। जिसकी बाद जमीन किराए पर दे दी। 1 करोड़ 40 लाख रुपए किराए का भुगतान कर आजम गौरी पिता अनवर गौरी और श्याम पाटीदार पिता गजानंद पाटीदार ने मुझसे भूमि का आधिपत्य प्राप्त किया।

किराया देना बंद करके जमीन पर कब्जा कर लिया सुशील तिवारी ने शिकायत में बताया कि आजम गौरी और श्याम पाटीदार ने 19 महीने का अनुबंध किया था, लेकिन अनुबंध की समय अवधि समाप्त होने के बाद भी मेरी जमीन मुझे नहीं सौंप रहे हैं। जमीन का किराया देना भी बंद कर दिया है। जमीन किराए पर लेकर उसे हड़पने की योजना बना रहे है। सामग्री रखने के नाम पर पावर प्लांट ने निर्माण कर लिया है। यह लोग मेरी भूमि का डायवर्सन करने का भी प्रयास कर रहे है।

धमकी देने के भी आरोप किरायेदार अनुबंध के समय कुछ कोरे कागज पर मेरे हस्ताक्षर लिए गए थे। आशंका है कि मेरी बेशकीमती जमीन को हड़पने के लिए आपस में षडयंत्र रचकर हस्तांतरण का कोई लेख तैयार किया है और भूमि पर पावर प्लांट का निर्माण कर लिया है। मुझे अपनी भूमि में आने जाने से भी रोक रहे है, मुझे गुंडे बदमाशों से धमकी दिलवाई जा रही।

6 हजार पेड़ों का बगीचा काटकर नष्ट कर दिया तिवारी ने बताया कि शासकीय व प्राइवेट नर्सरी से फलदार आम, जाम, संतरा, मौसंबी, अनार, सूरजना, आंवला, जामुन, नींबू के फलदार 6 हजार पेड़ों का बगीचा लगाया था। जो कि करीब 3 साल से अधिक आयु के वृक्ष हो चुके थे। वह फलों की फसल लेकर अपनी व अपने परिवार की आजीविका चलाता था। इस जमीन में सागवान के भी इमारती लकड़ी के पेड़ लगे थे। चंदन के साथ अन्य फूलों के पौधे भी लगाए थे। आजम गौरी और श्याम पाटीदार ने सारे पेड़ काट दिए। मिलीभगत के चलते प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की।

खेती की जमीन पर बेशकीमती 6 हजार पेड़ लगे थे, कंपनी और दलालों ने उखड़वा दिए।

गौशाला, दीवार, मंदिर तक ध्वस्त कर दिए, अब धमका रहे

किसान का कहना है कि, जमीन विकसित करने और बगीचा लगाने में 1 करोड़ 50 लाख रूपए की लागत आई थी। जिसे उखाड़कर, कटवाकर फिंकवा दिया गया हैं। टीन शेड, तार फेंसिंग आदि हटा दी हैं। बाउंड्रीवॉल तोड दी, गौशाला, पक्के कुएं की उपरी दिवाल भी ध्वस्त कर दी गई। ट्यूबवेल बंद करके डीपी हटवा दी। माताजी के मंदिर का जो कि 4 फिट ऊंचा व 25 बाय 30 फूट का आरसीसी का ओटला था, उसे भी तोड़ दिया।

खसरा सुधार कर ऊंचे रेट में जमीन बिकवाने का लालच दिया

सुशील तिवारी ने कहा कि, आजम गौरी और श्याम पाटीदार ने जहां किराये पर जमीन ली। वहीं उन्होंने मेरे खसरे में हस्तांतरण का उल्लेख होना बताया। कहा कि खसरे से हस्तांतरण को हटाना होगा। जिसके बदले में मुझसे 12 लाख रूपए लिए और कहा कि यह पैसे एसडीएम को देना है। हस्तांतरण हटने के बाद तुम्हारी जमीन की रजिस्ट्री हो पाएगी। हमने लोगों से 14 लाख के भाव में जमीन खरीदी है, तुम्हे 18 लाख की कीमत दिलवा देंगे।



Source link