शारदीय नवरात्रि पर भक्ति चरम पर है। 26/52 शक्तिपीठ माता हरसिद्धि मंदिर रंग-बिरंगी रोशनी से जगमगा उठा। पहले दिन सुबह 4 बजे पुजारी राजू गिरि गोस्वामी ने पूजन कर घट स्थापना की। गर्भगृह में पांच कलश रखे गए। परिसर में नौ दिन तक नवचंडी पाठ और यज्ञ होगा, द
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मंदिर की दो दीप मालिकाओं में 1011 दीप हैं। संध्या आरती से पहले इन्हें प्रज्वलित किया जाता है। इसके लिए 4 किलो रुई, 60 लीटर तेल लगता है। खर्च करीब 15 हजार रुपए आता है। मंदिर कार्यालय पर 700 रुपए की रसीद के साथ तेल, साड़ी, फल और श्रृंगार सामग्री देनी होती है।