Agri Tips: रबी सीजन में कब करें गेहूं, चना की बुवाई? एक्सपर्ट ने बताई परफेक्ट टाइमिंग, अन्न से भर जाएगा खेत

Agri Tips: रबी सीजन में कब करें गेहूं, चना की बुवाई? एक्सपर्ट ने बताई परफेक्ट टाइमिंग, अन्न से भर जाएगा खेत


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Agriculture Tips: अक्टूबर के पहले सप्ताह से ही बुवाई का काम शुरू हो जाएगा. इस सीजन में जिले के लगभग 3 लाख 22 हजार हेक्टेयर में गेहूं और चना की खेती की जाती है. विशेषज्ञ का कहना है कि…

Khargone News: मध्य प्रदेश के खरगोन में खरीफ की कपास और सोयाबीन की फसलें कटनी शुरू हो चुकी हैं. अब किसान रबी सीजन की तैयारी में जुट गए हैं. अक्टूबर के पहले सप्ताह से ही बुवाई का काम शुरू हो जाएगा. इस सीजन में जिले के लगभग 3 लाख 22 हजार हेक्टेयर में गेहूं और चना की खेती की जाती है. विशेषज्ञों का कहना है कि किसानों को बुवाई का समय अपनी पानी की उपलब्धता और फसल की किस्म के हिसाब से चुनना चाहिए.

खरगोन कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. राजीव सिंह बताते हैं कि जिले में किसान अक्टूबर के पहले सप्ताह से ही चने की बुवाई शुरू कर देते हैं, जिन किसानों के पास सिंचाई की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है और केवल दो पानी उपलब्ध हैं, उनके लिए यह समय सबसे उपयुक्त माना जाता है. शुरुआती बुवाई से किसानों को मिट्टी में मौजूद नमी का भरपूर फायदा मिलता है, जिससे फसल का विकास कम पानी में भी अच्छे से हो पाता है. साथ ही किसानों को लागत भी कम आती है.

15 अक्टूबर के बाद गेहूं की बुवाई
डॉ. सिंह के अनुसार, गेहूं की बुआई के लिए सामान्य समय 15 अक्टूबर से दिसंबर तक चलता है. लेकिन, जिन किसानों के पास पानी की कमी है और सिंचाई की सुविधा सीमित है, उन्हें ज्यादा इंतजार नहीं करना चाहिए. ऐसे किसान भाई 20 अक्टूबर से 10 नवंबर के बीच अर्ली किस्मों का गेहूं बो सकते हैं. इससे पौधों को शुरुआती नमी का लाभ मिलता है. फसल समय पर पक जाती है.

पर्याप्त पानी वालों के लिए 
वे किसान, जिनके पास सिंचाई की अच्छी व्यवस्था है और 5 से 6 पानी उपलब्ध हैं, उन्हें जल्दी करने की आवश्यकता नहीं है. इनके लिए गेहूं की बुवाई का सबसे अच्छा समय 15 नवंबर से 30 नवंबर तक का माना जाता है. इस अवधि में की गई बुवाई से फसल का विकास संतुलित होता है और दाने बड़े व चमकदार निकलते हैं. पर्याप्त पानी और उचित समय पर बुवाई से फसल की क्वालिटी बेहतर रहती है, जिससे किसान को बाजार में ऊंचे दाम मिलते हैं.

देर से खाली होने वाले खेतों के लिए 
खरगोन जिले में ऐसे किसान भी हैं, जिन्होंने खरीफ सीजन में कपास की बुवाई देरी से की थी. इन खेतों में कपास की फसल दिसंबर तक खड़ी रहती है, जिसकी वजह से रबी सीजन की बुवाई समय पर नहीं हो पाती. ऐसे किसान भाई निराश न हों, क्योंकि बाजार में गेहूं और चने की कुछ विशेष किस्में उपलब्ध हैं जो लेट बुवाई के लिए बिल्कुल उपयुक्त होती हैं. किसान दिसंबर में भी इन किस्मों को बो सकते हैं और समय पर अच्छी पैदावार ले सकते हैं.

Rishi mishra

एक दशक से अधिक समय से पत्रकारिता में सक्रिय. प्रिंट मीडिया से शुरुआत. साल 2023 से न्यूज 18 हिंदी के साथ डिजिटल सफर की शुरुआत. न्यूज 18 के पहले दैनिक जागरण, अमर उजाला में रिपोर्टिंग और डेस्क पर कार्य का अनुभव. म…और पढ़ें

एक दशक से अधिक समय से पत्रकारिता में सक्रिय. प्रिंट मीडिया से शुरुआत. साल 2023 से न्यूज 18 हिंदी के साथ डिजिटल सफर की शुरुआत. न्यूज 18 के पहले दैनिक जागरण, अमर उजाला में रिपोर्टिंग और डेस्क पर कार्य का अनुभव. म… और पढ़ें

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रबी सीजन में कब करें गेहूं, चना की बुवाई? एक्सपर्ट ने बताई परफेक्ट टाइमिंग



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