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Indore News: कांच मंदिर (Kanch Mandir Indore) की छत आकर्षण का केंद्र है. छत पर बड़ी-बड़ी पेंटिंग बनी हुई हैं. इन पेंटिंग पर भी कांच की नक्काशी की गई है. एक बार के लिए आपको महसूस ही नहीं होगा कि यह छत है.
इंदौर. मध्य प्रदेश के इंदौर के खानपान और यहां की स्वच्छता के किस्से तो आपने बहुत सुने होंगे लेकिन यहां प्राचीन इमारतें भी हैं, जो यहां की कलाकृति और संस्कृति की गाथाएं बयां करती हैं. इसी फेहिस्त में हुकुमचंद मार्ग पर स्थित है कांच मंदिर, जिसे शीश महल के रूप में भी जाना जाता है. वीडियो में आप देख सकते हैं कि मंदिर का कोना-कोना कांच से सजा हुआ है, इसलिए इसे कांच मंदिर कहा जाता है. यह मंदिर अपने आप में अद्भुत कला की मिसाल है. छत से लेकर फर्श तक, हर जगह आपको रंग-बिरंगे कांच की नक्काशी देखने को मिलेगी.
कांच मंदिर को नगर के सेठ हुकुमचंद कासलीवाल ने बनवाया था. 11 साल की कड़ी मेहनत के बाद 1920 में यह बनकर तैयार हुआ. इसे बनाने के लिए बेल्जियम से पूरा कांच मंगवाया गया था. वहीं नक्काशी करने के लिए ईरान, जयपुर समेत देश के अलग-अलग हिस्सों से कलाकारों ने कड़ी मेहनत के बाद इसे तैयार किया था.
जुड़ाई में चूने का इस्तेमाल
कांच मंदिर की खासियत है कि इसकी जुड़ाई में सीमेंट का बिल्कुल भी इस्तेमाल न करके चूना लगाया गया है. यहां एक भी पंखा या AC न होने के बावजूद भी आपको ठंडक का अहसास होता है.
सुबह 10 से शाम 6 बजे तक दर्शन
वैसे यह एक जैन मंदिर है, जहां महावीर स्वामी भगवान शांतिनाथ समेत कई जैन संतों की मूर्तियां स्थापित हैं. श्रद्धालु सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच कभी भी दर्शन करने आ सकते हैं. इसके लिए कोई भी टिकट नहीं है. हालांकि 6 बजे बाद केवल जैन धर्म के लोग ही अंदर जा सकते हैं.
राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.
राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.