ओंकारेश्वर में डूबा युवक, 55KM दूर मंडलेश्वर में मिला: चार दिन में चट्टानों ने शरीर तोड़ा, सिर वाला हिस्सा ही मिला; टैटू-कड़े से पिता ने पहचाना – Khandwa News

ओंकारेश्वर में डूबा युवक, 55KM दूर मंडलेश्वर में मिला:  चार दिन में चट्टानों ने शरीर तोड़ा, सिर वाला हिस्सा ही मिला; टैटू-कड़े से पिता ने पहचाना – Khandwa News



मंडलेश्वर में नर्मदा ब्रिज के पास मिला शव।

अमावस्या के दिन यानी 21 सितंबर को ओंकारेश्वर में नर्मदा स्नान के दौरान डूबे युवक का शव मिल गया है। शव बुधवार देर रात 55 किलोमीटर दूर खरगोन जिले के मंडलेश्वर में मिला है। चार दिन में इतने बहाव और चट्टानों से टकराने के कारण बॉडी दो हिस्सों में बंट गई।

.

मृतक की पहचान विवेक पटेल निवासी संजय नगर, खंडवा के रूप में कन्फर्म होने के बाद थाना मंडलेश्वर पुलिस ने शव को नर्मदा ब्रिज के पास से बरामद किया। गुरुवार सुबह 10 बजे सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया। इसके बाद विवेक के पिता अरूण पटेल और परिजन सहित रिश्तेदारों की मौजूदगी में मंडलेश्वर के नर्मदा घाट स्थित मुक्तिधाम पर ही अंतिम संस्कार किया गया। बता दें कि, सर्व पितृ अमावस्या पर विवेक अपने भाई और दोस्त के साथ ओंकारेश्वर गया था। जहां नर्मदा स्नान के दौरान वह नागर घाट पर डूब गया था।

बेटे के घर आने का इंतजार कर रही मां

विवेक की मां चार दिन से बेटे का फोटो सीने पर लगाकर उसकी राह देख रही है। इंतजार में है कि बेटा सकुशल घर आएगा। वह नर्मदा मैय्या और ओंकार जी से प्रार्थना कर रही है। इधर, पिता और भाईयों ने अभी तक विवेक का शव मिलने और अंतिम संस्कार कराने की जानकारी घर में मां को नहीं दी है। मां चार दिन से गम में डूबी है, चार दिन से भोजन का निवाला तक नहीं लिया। कहीं शव मिलने की खबर सुनकर वह सदमें में न चली जाए, इसलिए बेखबर रखा है।

एक दिन पहले ही पिता ने वीडियो जारी किया था

मृतक विवेक के पिता अरूण पटेल निवासी ग्राम बरूड ने एक दिन पहले बुधवार को ही सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करते हुए कहा था कि, नर्मदा में डूबे बेटे को खोजने के लिए कोई भी उनकी मदद के लिए आगे नहीं आया है। सांसद और विधायक से भी मदद मांगी लेकिन किसी ने सहयोग नहीं किया।

उन्होंने खुद के खर्च पर ड्रोन और नाव लेकर बेटे की सर्चिंग की। चार दिन से पूरा परिवार ओंकारेश्वर में था। बुधवार देर रात उन्हें सूचना मिली कि मंडलेश्वर के पास नर्मदा किनारे एक शव मिला है। जिसके बाद रात में ही वे मौके पर पहुंचे और शव की शिनाख्त की।

फूल चुकी थी बॉडी, टेटू, कड़े से पहचान की

विवेक के भाई समय पटेल ने बताया कि, जो बॉडी मंडलेश्वर में मिली है, उसे पहचान पाना मुश्किल था। शरीर फूलने के साथ ही उसका सिर से लेकर कमर तक का एक ही हिस्सा था। उक्त शव विवेक का ही है, इसकी पहचान उसके हाथ पर बने टेटू, पहने हुए कड़े, अंगूठी और कान की बाली से हो पाई हैं। शव का पोस्टमार्टम गुरुवार सुबह 10 बजे मंडलेश्वर में ही कराया और वहीं अंतिम संस्कार किया।

पिता इलेक्ट्रीशियन, तीनों भाई पढ़ाई कर रहे थे

विवेक अपने दोनों भाईयों के साथ खंडवा के संजय नगर में रहकर पढ़ाई करता था। पढ़ाई के साथ-साथ वह वीडियोग्राफी का काम करता था। दोनों भाई भी कॉलेज की पढ़ाई कर अन्य काम करते थे। पिता अरूण पटेल भी पहले शहर में इलेक्ट्रीशियन का काम करते थे, अब वे भोजाखेड़ी के पास अपने गांव बरूड़ चले गए है। जहां वे खेती के साथ इलेक्ट्रीशियन काम करते हैं।



Source link