सबसे छोटा 299 किमी लंबा अटल कॉरिडोर बनेगा सबसे महंगा
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मध्यप्रदेश में जल्द ही 6 नए आर्थिक कॉरिडोर पर काम शुरू होने जा रहा है। इनकी कुल लंबाई 3368 किमी होगी और इन पर लगभग 36,483 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इन कॉरिडोर में नर्मदा प्रगतिपथ, विंध्य एक्सप्रेसवे, मालवा–निमाड़ विकासपथ, अटल प्रगतिपथ, बुंदेलखंड विकास पथ और मध्यभारत विकास पथ शामिल हैं। इनमें से दो भोपाल से और दो इसके आस-पास से गुजरेंगे। इनका फाइनल ड्राफ्ट तैयार हो चुका है और निर्माण कार्य लोक निर्माण विभाग, एनएचएआई और मप्र सड़क विकास निगम मिलकर करेंगे।
फाइनल प्लान के मुताबिक, इन कॉरिडोर के माध्यम से प्रदेश को लगभग बराबर 8 हिस्सों में बांटा जाएगा। इससे प्रदेश के करीब 55 जिले प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इनसे जुड़ जाएंगे। सभी कॉरिडोर को वर्ष 2029 तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है।
इनमें अटल प्रगतिपथ सबसे छोटा (299 किमी) और सबसे महंगा (12,227 करोड़ रुपए) होगा। वहीं, बुंदेलखंड विकास पथ और मालवा–निमाड़ विकासपथ को सबसे पहले, दिसंबर 2026 तक पूरा किया जाएगा। विंध्य एक्सप्रेसवे को सबसे आखिर में, दिसंबर 2029 तक पूरा करने की योजना है।
बुंदेलखंड और मालवा–निमाड़ विकासपथ सबसे पहले बनकर तैयार होंगे
- विंध्य एक्सप्रेस वे लागत- 3809 करोड़। दिसंबर 2029 तक बनेगा। इसके जरिए भोपाल सीधे सिंगरौली से जुड़ जाएगा। रास्ते में 10 जिले आएंगे। इनमें भोपाल, सागर, दमोह, कटनी, रीवा आदि शामिल हैं।
- मालवा-निमाड़ विकास पथ: लागत- 7972 करोड़। दिसंबर 2026 तक बनेगा। इसमें मंदसौर, उज्जैन, इंदौर, खंडवा और बुरहानपुर जुड़ेंगे। गरोठ-उज्जैन 136 किमी व इंदौर-बुरहानपुर 215 किमी पर काम जारी है।
- अटल प्रगतिपथ : लागत- 12,227 करोड़। दिसंबर 2027 तक बनेगा। पश्चिम में दिल्ली–मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर से शुरू होकर बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा। श्योपुर, मुरैना, भिंड इसके प्रमुख जिले होंगे।
- बुंदेलखंड प्रगतिपथ लागत-3357 करोड़। दिसंबर 2026 तक पूरा होगा। 5 जिले भोपाल, रायसेन, विदिशा, सागर और छतरपुर को फायदा होगा। इसके जरिए भोपाल से छतरपुर सीधे जुड़ जाएगा।
- मध्यभारत विकास पथ : लागत-3819 करोड़। दिसंबर 2028 तक पूरा होगा। इसके जरिए भीमबैठिका, भोजपुर, सांची, उदयगिरी, चंदेरी, ओरछा और दतिया जैसे पर्यटन क्षेत्र जुड़ेंगे। यह कॉरिडोर मुरैना से बैतूल को सीधे जोड़ेगा।
- नर्मदा विकास पथ: लागत- 5299 करोड़, दिसंबर 2027 तक बनेगा। यह झाबुआ, धार, इंदौर, देवास, सीहोर, रायसेन, नरसिंहपुर, जबलपुर, डिंडोरी सहित 10 जिलों से गुजरेगा। यह बिलासपुर-रायपुर से शुरू होकर गुजरात तक जाएगा।