आरपीएससी ने आयुष विभाग में आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्धा एवं होम्योपैथी में लेक्चरर भर्ती के लिए आयोजित की जाने वाली भर्ती परीक्षा के लिए पात्र आवेदकों से 21 मार्च 2025 तक आवेदन आमंत्रित किए थे। कुल 9 पदों के लिए होने वाली परीक्
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लेकिन कुछ आवेदकों के आवेदन देखकर आयोग के अफसर भी चौंक गए। प्रदेश में ऐसे भी भावी वैद्य हैं जिन्हें एक नहीं बल्कि आठ-आठ फील्ड में महारत हासिल है। आयोग अधिकारी अब ऐसे अभ्यर्थियों से रू-ब-रू मिलेंगे और इसके लिए उन्हें दस्तावेज के साथ 29 सितंबर को बुलाया गया है।
रणवीर मांडा नाम के एक अभ्यर्थी ने इस भर्ती के अगद तंत्र, कौमार भृत्य, काय चिकित्सा, पंचकर्म, प्रसूति तंत्र और स्त्री रोग, संहिता मौलिक सिद्धांत, शालाक्य तंत्र और स्वास्थ्य वृत्त के पदों के लिए आवेदन किया है। गौर करने की बात यह भी है कि इन आठ पदों पर प्रत्येक के लिए इस अभ्यर्थी ने आठ-आठ आवेदन किए हैं।
19 अभ्यर्थियों ने ही 169 फॉर्म भर दिए
भूपेंद्र नाम के एक अभ्यर्थी ने अगद तंत्र, कौमार भृत्य, पंचकर्म, संहिता मौलिक सिद्धांत और स्वास्थ्य वृत्त के लिए कुल 25 आवेदन किए हैं। यानी प्रत्येक पद के लिए 5 आवेदन किए गए हैं। रितेश कुमार ने 6 पदों के लिए तीन-तीन आवेदन किए। रामकेश मीणा ने भी दो से अधिक आवेदन किए हैं। कुशलाराम मेघवाल, जतिन धीमान, गोवर्धन खटीक, मोहसिन, संजय सुनील कुमार मीणा, निखिल गोयनका, पूजा, रतन राम मेघवाल, राजेश्वरी योगेश्वर, अजय वीर सिंह, अवधेश बैरवा, भवानी शंकर और भागीरथ कुमावत अभ्यर्थी भी ऐसे हैं जिन्होंने दो दो आवेदन अलग-अलग पदों के लिए किए हैं। इन 19 अभ्यर्थियों ने ही 169 आवेदन कर दिए हैं। यदि इनका एक-एक फॉर्म होता तो मात्र 19 ही आवेदन होते लेकिन आयोग को 19 की बजाय 169 अभ्यर्थियों की परीक्षा व्यवस्था करनी होगी।
सही और गलत का फैसला 29 को होगा
आयोग सचिव रामनिवास मेहता ने कहा कि इन सभी अभ्यर्थियों को अपने सभी मूल दस्तावेज मय प्रतिलिपि के आयोग कार्यालय में 29 सितंबर को सुबह 9 बजे दस्तावेज सत्यापन के लिए बुलाया गया है। विज्ञापन के अनुसार वांछित योग्यता नहीं रखने वाले और दस्तावेज सत्यापन के लिए उपस्थित नहीं होने वाले अभ्यर्थियों को आगाह किया गया है कि अनुपस्थिति की स्थिति में उनके द्वारा किए गए समस्त ऑनलाइन आवेदन निरस्त कर दिए जाएंगे। साथ ही आयोग द्वारा भविष्य में ली जाने वाली सभी परीक्षाओं से डीबार दिया जाएगा। इसके अलावा उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता बीएस 2030 की धारा 217 के तहत कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
अगले साल जनवरी में होगी परीक्षा
आयोग द्वारा इन पदों के लिए 11 से 15 जनवरी 2026 तक परीक्षा आयोजित कराना प्रस्तावित है। इसका विस्तृत कार्यक्रम यथा समय जारी होगा।