कृषि सखियां ले रहीं प्राकृतिक खेती का प्रशिक्षण: गांव में किसानों को सिखाएंगी आधुनिक और प्रदूषण मुक्त तरीके – Dindori News

कृषि सखियां ले रहीं प्राकृतिक खेती का प्रशिक्षण:  गांव में किसानों को सिखाएंगी आधुनिक और प्रदूषण मुक्त तरीके – Dindori News


डिंडोरी: कृषि विज्ञान केंद्र में 50 कृषि सखियां प्राकृतिक खेती का पांच दिवसीय प्रशिक्षण मास्टर ट्रेनर से ले रही हैं। यह प्रशिक्षण 25 से 29 सितंबर तक चलेगा। प्रशिक्षण के बाद ये सखियां अपने क्लस्टर के चयनित किसानों को प्राकृतिक खेती करने और उसके फायदों

.

प्राकृतिक खेती अपनाने से भूमि के अंदर लाभदायक जीवाणुओं की संख्या लगातार बढ़ती है और पानी को रोकने में सहायता मिलती है। इससे फसलों के लिए पानी कम लगता है, जीवाश्म की मात्रा भी बढ़ती है और पोषक तत्व बढ़ते हैं। सभी प्रकार के खाद और कीटनाशकों का उत्पादन खेतों में ही होगा, जिससे उत्पादन बढ़ेगा और यह तकनीक सस्ती व प्रदूषण मुक्त होगी। खाद तैयार करने के लिए देशी गाय के गोबर और गौमूत्र का उपयोग किया जा सकेगा।

कृषि वैज्ञानिक डॉ. गीता सिंह ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान कृषि सखियों को व्यावहारिक रूप से बीजामृत, जीवामृत, निमास्त्र, अग्नि अस्त्र, ब्रह्मास्त्र, फफूंद नाशक और दस परनी अर्क जैसी दवाएं बनाने की विधि सिखाई जा रही है।

जिले के सात विकासखंडों में 50 क्लस्टर बनाए गए हैं। इनमें लगभग 6,250 किसान प्राकृतिक खेती के लिए चयनित किए गए हैं। एक क्लस्टर में दो कृषि सखियां नियुक्त की गई हैं, और प्रत्येक क्लस्टर में 125 किसानों की संख्या निर्धारित है। प्रशिक्षण लेकर ये सखियां गांवों में जाकर किसानों को प्रशिक्षित कर प्राकृतिक खेती से जोड़ने का काम करेंगी। इसके साथ ही वे अपने समूह में खाद और उन्नत किस्म के बीज किसानों को बेच सकेंगी। पहले बैच में 50 सखियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है, और आगे प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों को भी प्रशिक्षित किया जाएगा।



Source link