सीधी जिले के अकौरी गांव में बिजली को लेकर किसान और बिजली अधिकारी एक दूसरे को कोस रहे हैं।
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ग्रामीणों का कहना है कि सरकार भले ही 24 घंटे बिजली आपूर्ति का दावा करती है, लेकिन उनके गांव में पिछले एक महीने से केवल 7 से 8 घंटे ही बिजली मिल पा रही है। इससे धान की फसल पर सूखे का खतरा मंडरा रहा है। वहीं बिजली कंपनी का कहना है कि ट्रांसफॉर्मर पर लोड ज्यादा जिससे बार बार बिजली ट्रिप कर रही है।
ट्रांसफॉर्मर से निकले बिजली तार।
ग्रामीण किसान लालमणि सेन ने बताया कि उन्होंने विद्युत मंडल हनुमानगढ़ में कई बार लिखित शिकायतें दी हैं, लेकिन विभागीय अधिकारियों ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा कि बार-बार गुहार लगाने के बावजूद समस्या का समाधान न होने से किसान खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।
एक अन्य ग्रामीण केशकली सिंह ने कहा कि यदि समय रहते बिजली की आपूर्ति दुरुस्त नहीं की गई, तो धान की पूरी फसल चौपट हो सकती है। खेतों को इस समय अत्यधिक पानी की आवश्यकता है, लेकिन बिजली न होने के कारण मोटर पंप बंद पड़े हैं।
ग्रामीण दें आवेदन
इस मामले में सेमरिया के जेई प्रकाश चंद्र निगम ने बताया कि गांव का पुराना ट्रांसफॉर्मर जल गया था, जिसके स्थान पर नया लगाया गया है। गांव में कम कनेक्शन होने के कारण ट्रांसफॉर्मर की क्षमता मांग के अनुसार ही तय की जाती है। यदि ग्रामीण लिखित आवेदन देंगे, तो मामले की जांच की जाएगी और आवश्यकता पड़ने पर अधिक क्षमता वाला ट्रांसफॉर्मर उपलब्ध कराया जाएगा।