खरगोन के कसरावद क्षेत्र में शनिवार दोपहर करीब 1:30 बजे तेज हवा के साथ 45 मिनट तक भारी बारिश हुई। इसके बाद रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी रहा। इस बारिश के कारण किसानों को कपास की चुनाई रोकनी पड़ी और उन्हें सोयाबीन व कपास की फसल को नुकसान होने तथा कम दाम
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सरवर देवला, भनगांव, उटावद, बोरावा, सावदा और ओझरा सहित आसपास के क्षेत्रों में तेज हवा के साथ बारिश दर्ज की गई। अनुमान है कि करीब आधा इंच बारिश हुई है।
किसान ओमनारायण यादव और मोहन यादव ने बताया कि बारिश से कपास और सोयाबीन की फसलें खेतों में बिछ गई हैं। उनका कहना है कि गीले कपास की कीमत 4000 रुपए भी नहीं मिलेगी, और सोयाबीन के पत्ते पीले पड़कर झड़ रहे हैं।
खरगोन जिले में अब तक कुल 27 इंच (675 मिमी) बारिश दर्ज की जा चुकी है, जबकि पिछले साल इसी अवधि में 34.5 इंच (611 मिमी) बारिश हुई थी। जिले की औसत बारिश 32 इंच है, जिसके हिसाब से अभी 5 इंच बारिश की और आवश्यकता है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, प्रदेश के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में बनी टर्फ लाइन के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है। हालांकि, प्रदेश के कुछ हिस्सों से मानसून की विदाई हो रही है, लेकिन अगले एक सप्ताह तक कुछ जिलों में बारिश की गतिविधियां जारी रहने की संभावना है।