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अभिमन्यु ईश्वरन को वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज की टीम में मौका नहीं दिया गया है. वहीं, वो साल 2022 में ही टेस्ट टीम के स्क्वॉड में अपनी जगह बना चुके हैं. उनके बाद से 15 खिलाड़ी टेस्ट टीम में डेब्यू कर चुके हैं, लेकिन अभिमन्यु शानदार रिकॉर्ड होने के बावजूद एक मौके का इंतजार कर रहे हैं.

आमतौर पर यह देखा गया कि कि टीम इंडिया में चयन होने के बाद खिलाड़ी का साल भर के अंदर डेब्यू हो ही जाता है. कप्तान उसे प्लेइंग-11 में जगह देकर प्रतिभा को आजमाने का मौका दे ही देता है लेकिन टीम इंडिया में एक खिलाड़ी ऐसा भी है जो पिछले तीन सालों से डेब्यू का इंतजार कर रहा है. हम बात कर रहे हैं अभिमन्यु ईश्वरन की. साल 2022 में पहली बार स्क्वाड का हिस्सा बने अभिमन्यु चंद महीने पहले खत्म हुए इंग्लैंड दौरे की टीम का भी हिस्सा थे लेकिन मौका दिए बिना अब उन्हें वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज से ड्रॉप कर दिया गया. इसपर पूर्व भारतीय क्रिकेटर क्रिस श्रीकांत ने कहा है कि अभिमन्यु ईश्वरन को अपने पिता की टीम मैनेजमेंट के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियों के कारण भारतीय टेस्ट टीम में अपनी जगह खो दी.
साल 2022 में अभिमन्यु ईश्वरन के पहली बार टीम इंडिया के स्क्वॉड में शामिल किया गया था, तब से 15 खिलाड़ियों ने भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू हो चुका है, लेकिन अभिमन्यु को अब भी अपनी बारी का इंतजार है. श्रीकांत ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, “मुझे अभिमन्यु ईश्वरन के लिए बुरा लग रहा है. मुझे लगता है कि उनके पिता ने इंग्लैंड दौरे के बाद कुछ कड़े बयान दिए थे और शायद इसीलिए अब उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया है. लेकिन अजीत अगरकर का घरेलू मैदान पर रिजर्व ओपनर की जरूरत न होने का तर्क सही था.”
अभिमन्यु कर रहे रनों की बारिश
रंगनाथन ने घरेलू क्रिकेट में अपने बेटे के शानदार प्रदर्शन के बावजूद उसे इतने लंबे समय तक बेंच पर बैठाए रखने के लिए प्रबंधन पर सवाल उठाए. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भारतीय टीम प्रबंधन ने टेस्ट टीम चुनते समय आईपीएल के प्रदर्शन को तरजीह दी. ईश्वरन ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ पहले अनौपचारिक टेस्ट में हिस्सा लिया और पारी की शुरुआत करते हुए 44 (58) रन बनाए. पिछले घरेलू सीजन में वह शानदार फॉर्म में थे, जहां उन्होंने दलीप, ईरानी और रणजी ट्रॉफी में अपनी टीमों के लिए ढेरों रन बनाए थे. सीजन के दौरान उन्होंने 127*, 191, 116, 19, 157*, 13, 4, 200*, 72, 65 रनों की पारियां खेली.
घरेलू क्रिकेट में शानदार रिकॉर्ड
अपने प्रथम श्रेणी करियर में बंगाल के इस बल्लेबाज ने अब तक 104 मैचों (178 पारियों) में 48.67 की औसत से 27 शतकों और 31 अर्द्धशतकों के साथ 7885 रन बनाए हैं. उन्होंने इंग्लैंड सीरीज से पहले दो अभ्यास मैचों में 68 और 80 रनों की अच्छी पारियां खेलीं, लेकिन फिर भी उन्हें साई सुदर्शन पर तरजीह नहीं दी गई, जो आईपीएल प्रतिबद्धताओं के कारण अभ्यास मैच भी नहीं खेल पाए.
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और…और पढ़ें
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और… और पढ़ें