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आईपीएल में खेलने की अच्छा हर क्रिकेटर की होती है लेकिन अब भारत की इस पैसा बनाऊ लीग में किसी जूनियर क्रिकेटर को सीधे एंट्री नहीं मिलेगी. 14 साल के वैभव सूर्यवंशी के उदाहरण से सबक लेते हुए बीसीसीआई की एजीएम के दौरान अंडर-19 व अंडर-16 क्रिकेटर्स के आईपीएल में डायरेक्टर खेलने पर रोक लगा दी गई है.
नई दिल्ली. अगर आप आईपीएल के रास्ते भारतीय क्रिकेट टीम में खेलने का सपना देख रहे हैं तो एक बार बीसीसीआई का यह नया रूल भी जान लीजिए. अब आपको सीधे आईपीएल में खेलने की इजाजत नहीं मिलने वाली है. बीसीसीआई की तरफ से अंडर-19 और अंडर-16 क्रिकेटर्स के लिए एक नया रूल बना दिया गया है. अब ये प्लेयर्स डायरेक्टर आईपीएल में नहीं खेल पाएंगे. ऐसा करने से पहले उन्हें कम से कम एक रणजी ट्रॉफी मैच जरूर खेलना होगा. बीसीसीआई की एजीएम यानी सालाना बैठक में यह निर्णय लिया गया है.
वैभव सूर्यवंशी ने महज 14 साल की उम्र में राजस्थान रॉयल्स के लिए आईपीएल में डेब्यू किया. हालांकि यह जानना भी जरूरी है कि वैभव ने आईपीएल डेब्यू से पहले बिहार के लिए रणजी ट्रॉफी में डेब्यू कर लिया था. राजस्थान रॉयल्स के स्टार वैभव सूर्यवंशी 14 साल की उम्र में आईपीएल 2025 से पहले 1.10 करोड़ रुपये में कांट्रैक्ट पाने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए. आरआर द्वारा खरीदे जाने के समय उनकी आयु 13 वर्ष और 243 दिन थी.
बीसीसीआई ने और कड़े किए नियम
रविवार को हुई बोर्ड की वार्षिक बैठक में चर्चा हुई कि पिछले कुछ सालों में आईपीएल में कई अंडर-19 खिलाड़ी भाग लेते रहे हैं, जिनमें वैभव सूर्यवंशी और आयुष म्हात्रे जैसे प्लेयर्स ने खूब नाम और शौहरत कमाई. रिपोर्टों के अनुसार, बीसीसीआई ने फैसला किया है कि किसी अंडर-19 या अंडर-16 क्रिकेटर को आईपीएल में खेलने के लिए योग्य होने के लिए कम से कम एक प्रथम श्रेणी मैच खेलना होगा. इससे पहले आईपीएल में खिलाड़ियों के लिए कोई आयु सीमा या स्पेशल नियम नहीं था.
पहले फ्रेंचाइजी प्लेयर चुनने के लिए थी आजाद
पहले यह निर्णय फ्रैंचाइजी पर छोड़ दिया जाता था कि या तो ट्रायल के बाद या नीलामी और मिड-सीजन के माध्यम से खिलाड़ियों को प्रदर्शन पर उन्हें वो चुन सकते थे. इस नए ऐलान के बाद घरेलू क्रिकेट में मिनिमम एक्सपीरियंस होने के बाद ही युवाओं को आईपीएल में भाग लेने को मिलेगा. इस फैसले की काफी तारीफ भी हो रही है. दावा किया कि इस कदम से उच्चतम स्तर पर गुणवत्ता और तत्परता सुनिश्चित होगी.
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और…और पढ़ें
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और… और पढ़ें