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Diwali Tips and Tricks: घर की पेंटिंग दिवाली की तैयारी का अहम हिस्सा है. हल्के रंगों का चयन, वॉशेबल पेंट, सही मौसम और बजट का ध्यान रखकर आप अपने घर को खूबसूरत और टिकाऊ बना सकते हैं.
दिवाली का त्योहार न केवल रोशनी और खुशियों का प्रतीक है, बल्कि घर को नई रौनक देने का भी बेहतरीन अवसर होता है. इस दौरान घरों की पोताई और पेंटिंग कराना सबसे अहम हिस्सा माना जाता है, जो घर को आकर्षक और सकारात्मक ऊर्जा से भर देती है.

लोकल 18 को जानकारी देते हुए बीस साल से पेंट का कारोबार कर रहे आशुतोष पांडेय बताते हैं कि अगर आप दिवाली से पहले घर पेंट कराने की सोच रहे हैं, तो अचानक निर्णय लेने से बचे. पेंटिंग का काम कम से कम तीन से चार हफ्ते पहले शुरू कर देना चाहिए, ताकि त्योहार नजदीक आते आते घर पूरी तरह तैयार और सजा संवरा दिखे.

पेंटिंग की योजना बनाते समय मौसम पर खास ध्यान देना चाहिए. मानसून या नमी वाले दिनों में पेंट कराने से रंग सही से नहीं सूखते. अच्छे वेंटिलेशन के बिना पेंटिंग अधूरी रह सकती है और दीवारों की चमक जल्दी फीकी पड़ जाती है.

घर पेंट कराने से पहले रंगों की पसंद तय करना भी बेहद अहम है. हल्के रंग लिविंग एरिया को अधिक आकर्षक और बड़ा दिखाते हैं. वहीं किचन और बच्चों के कमरे के लिए वॉशेबल पेंट चुनना बेहतर रहता है ताकि साफ-सफाई आसान हो सके.

अक्सर लोग पेंटिंग में बजट को लेकर लापरवाही कर देते हैं. सस्ते पेंट भले ही तुरंत सस्ते लगें, लेकिन वे टिकाऊ नहीं होते. बेहतर क्वालिटी के पेंट थोड़े महंगे जरूर होते हैं मगर लंबे समय तक घर की चमक बनाए रखते हैं.

प्रोफेशनल पेंटर पेंटिंग को कम समय और बेहतर तरीके से पूरा करते हैं. DIY यानी खुद से पेंट करने का शौक रखने वाले लोगों को समय और ऊर्जा अधिक खर्च करनी पड़ती है और नतीजे भी उतने अच्छे नहीं मिलते.

पेंटिंग से पहले घर के फर्नीचर और इलेक्ट्रॉनिक्स की सुरक्षा करना जरूरी है. इन्हें कवर करना या अस्थायी रूप से दूसरी जगह रखना सबसे सही तरीका है. इससे पेंट गिरने का खतरा कम होता है और सामान सुरक्षित रहता है.

पेंटिंग के दौरान घर में धूल और तेज गंध होना आम बात है. इसका असर सबसे ज्यादा बच्चों और बुजुर्गों पर पड़ता है. ऐसे में जरूरी है कि पेंटिंग के समय उन्हें सुरक्षित जगह पर रखा जाए ताकि स्वास्थ्य पर कोई विपरीत प्रभाव न पड़े.