60 किलोमीटर दूर… सिपाई ने आदिवासी महिला को खून देकर बचाई जान, जानें पूरा मामला

60 किलोमीटर दूर… सिपाई ने आदिवासी महिला को खून देकर बचाई जान, जानें पूरा मामला


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Policeman Saved Pregnant Life: मन में अगर कुछ करने का भाव हो तो मुश्किलें भी आसान हो जाती हैं. ऐसा ही कुलदीप शाक्य ने कर दिखाया है. जिला अस्पताल में भर्ती एक गर्भवती महिला को खून न मिलने से जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही थीं. ऐसे में आरक्षक कुलदीप ने आगे आकर मदद की है.

Policeman Saved Pregnant Life: मन में अगर कुछ करने का भाव हो तो मुश्किलें भी आसान हो जाती हैं. ऐसा ही कुछ करने का भाव कुलदीप के मन में था और उन्होंने 60 किमी दूर जाकर एक गर्भवती महिला को रक्तदान कर उनकी जिंदगी बचाई. दरअसल, जिला अस्पताल में भर्ती गर्भवती महिला पुनिया आदिवासी रक्त न मिलने से जिंदगी-मौत से जूझ रही थीं. ब्लड बैंक में भी इस ब्लड ग्रुप का अभाव था. ऐसे में जिले से लगभग 60 किमी दूर लवकुश नगर में पोस्टेड आरक्षक कुलदीप शाक्य आगे आए और उन्होंने रक्तदान कर आदिवासी महिला की जान बचाई.

पहली बार किया ब्लड डोनेट 
आरक्षक कुलदीप शाक्य के मुताबिक, उन्होंने पहली बार ब्लड डोनेट किया है. इससे पहले कभी भी ब्लड डोनेट नहीं किया था. वर्तमान में छतरपुर जिले के लवकुश नगर थाने में आरक्षक के पद पर पदस्थ हैं.

नहीं मिल रहा था ब्लड ग्रुप 
जब कुलदीप शाक्य को जानकारी मिली की जिला अस्पताल में A निगेटिव ब्लड नहीं मिल रहा है, तो वो लवकुश नगर से छतरपुर ब्लड डोनेट करने के लिए आए. क्योंकि यह ब्लड न तो जिला अस्पताल में मिल रहा था और न‌ ही इस ग्रुप का कोई व्यक्ति संपर्क में था. वहीं, आदिवासी महिला की जान भी बचानी थी, तो फिर उन्होंने आगे बढ़कर साहस से भरा काम किया. उनके मुताबिक, किसी की जान बचाकर मन में जो खुशी मिली है और किसी भी शब्दों में नहीं बता सकते हैं.

ब्लड डोनर अमित जैन ने दी जानकारी 
वहीं रक्तांजली ग्रुप के अमित जैन ने बताया कि बीते गुरुवार रात सिविल सर्जन की सूचना पर मुझे पता चला कि जिला अस्पताल में एक गर्भवती महिला पुनिया आदिवासी हैं. जिन्हें A निगेटिव रक्त नहीं मिल रहा था. रक्त न मिलने से पुनिया की जिंदगी मौत से जूझ रही थी.

गर्भवती महिला की बचाई जान 
बता दें, यह ब्लड ग्रुप रेयर होता है जो कि आसानी से नहीं मिलता है. ब्लड बैंक में भी इस ब्लड ग्रुप का अभाव था. ऐसे में छतरपुर जिले से लगभग 60 किमी दूर लवकुशनगर नगर में पदस्थ आरक्षक कुलदीप को रक्तदान के लिए सूचित किया गया, जिन्होंने समय न गंवाते हुए लंबी दूरी तय कर अपने उच्च अधिकारियों के मार्गदर्शन से अपने रेयर ब्लड ग्रुप के रक्तदान से गरीब आदिवासी महिला की जान बचाई.

ब्लड बैंक प्रभारी ने कुलदीप को किया सम्मानित 
आरक्षक कुलदीप के रक्तदान ने साबित कर दिया है कि पुलिस, देश और समाज की रक्षा के साथ-साथ पीड़ितों की रक्षा के लिए रक्तदान कर जीवन की रक्षा भी करती है. आरक्षक कुलदीप ने संदेश दिया कि अगर सभी अपना मानवीय कर्तव्य निभाएं और रक्तदान करें तो हम रक्त की कमी से होने वाली न जाने कितनी जिंदगी को बचा सकते हैं. इसके साथ ही ब्लड बैंक प्रभारी नीरज खरे ने प्रशस्ति पत्र देकर आरक्षक कुलदीप को सम्मानित भी किया है.

Deepti Sharma

Deepti Sharma, currently working with News18MPCG (Digital), has been creating, curating and publishing impactful stories in Digital Journalism for more than 6 years. Before Joining News18 she has worked with Re…और पढ़ें

Deepti Sharma, currently working with News18MPCG (Digital), has been creating, curating and publishing impactful stories in Digital Journalism for more than 6 years. Before Joining News18 she has worked with Re… और पढ़ें

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सिपाई ने पेश की मिसाल, आदिवासी महिला को खून देकर बचाई जान



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