भारत ने ट्रॉफी लेने से किया इनकार
अगर भारतीय टीम मोहसिन नकवी के हाथ से ट्रॉफी उठाती तो फजीहत होती. पाकिस्तानी खेमा खुश हो जाता. आलोचना करता कि हैंड शेक नहीं किया तो फिर किस मुंह से पाकिस्तानी मंत्री से ट्रॉफी ले लिए? टीम इंडिया इस बात को समझती थी. वैसे भी टीम इंडिया ने पहले ही मन बना लिया था कि चाहे कुछ भी हो जाए, पाकिस्तान संग किसी तरह का रिश्ता नहीं होगा. न हैंडशेक और न ही उसके हाथों ट्रॉफी ली जाएगी. आधी रात को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम के मैदान पर खूब हाईवोल्टेज ड्रामा देखने को मिला.
सूर्या ने मुनीर के चेले का घमंड तोड़ा
बीच मैदान में नकवी एशिया कप की ट्रॉफी लेकर खड़ा था. वह इंतजार कर रहा था कि टीम इंडिया आएगी और उसके हाथ से ट्रॉफी लेगी. मगर इधर टीम इंडिया का अलग ही प्लान था. उधर नकवी ट्रॉफी लिए खड़ा रहा, इधर टीम इंडिया के शेर मौज काट रहे थे. काफी देर क नकवी को इंतजार करना पड़ा. जब उसके पा टीम इंडिया का मैसेज पहुंच गया कि भारतीय टीम उसके हाथ से ट्रॉफी नहीं लेगी तो मुनीर का चेला झल्ला गया. वह गुस्से से लाल हो गया. उसका चेहरा देखने लायक था. वह वहां से अपनी बची-खुची इज्जत बचाकर भाग गया. मगर जाते-जाते वह टीम इंडिया को मिलने वाली ट्रॉफी भी ले गया.
आधी रात को क्या हुआ
कैसा था मंजर
नकवी पुरस्कार वितरण समारोह शुरू होने से पहले एक तरफ खड़ा था. और भारतीय खिलाड़ी 15 गज के भीतर थे. नकवी ने अपनी जगह पर ही डटा रहा जिससे समारोह में विलंब हुआ. समझा जाता है कि भारतीय टीम प्रबंधन ने पूछा था कि विजेता की ट्रॉफी कौन देगा और एशियाई क्रिकेट परिषद ने आपसी सलाह मशविरा शुरू कर दिया था क्योंकि उसे पता था कि भारतीय टीम नकवी से ट्रॉफी नहीं लेना चाहेगी. नकवी के मंच पर आने के बाद भारतीय प्रशंसकों ने ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाने शुरू कर दिये.
कैसे नकवी की हुई बेइज्जती
नकवी जब मंच पर आया तो उसे बताया गया कि भारतीय टीम उससे ट्रॉफी नहीं लेगी और अगर उसने जबर्दस्ती करने की कोशिश की तो आधिकारिक शिकायत दर्ज कराई जायेगी. नकवी इंतजार करता रहा और अचानक नकवी की टीम का सदस्य ट्रॉफी को ड्रेसिंग रूम में ले गया. एशिया कप के तीनों मैचों में पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाने वाली भारतीय टीम ने टॉस से पहले फोटो शूट में भी हिस्सा नहीं लिया.