Who is Mohsin Naqvi: एशिया कप फाइनल में पाकिस्तान पर भारत की जीत के बाद जो हुआ, उसने पूरी दुनिया में एशियन क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) के चेयरमैन मोहसिन नकवी की जगहंसाई कराई है. टीम इंडिया ने रोमांचक मुकाबले को आखिरी ओवर में अपने नाम किया. इसके बाद पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन में बड़ा विवाद देखने को मिला. भारतीय टीम ने मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने से इनकार किया और फिर माहौल गरम हो गया. अंत में नकवी ट्रॉफी लेकर भाग गए. भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने मैच को बाद इस बात की पुष्टि भी कर दी.
मोहसिन नकवी की गजब बेइज्जती
अब सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि टीम इंडिया मोहसिन नकवी से ट्रॉफी क्यों नहीं लेना चाहती थी? दरअसल, पहलगाम हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के संबंध ज्यादा खराब हो गए. मोहसिन नकवी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष हैं. उनकी टीम के कई खिलाड़ियों और यहां तक कि खुद मोहसिन नकवी ने उस दौरान भारत विरोधी पोस्ट किए थे. इस कारण टीम इंडिया ने एशिया कप में पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया और अंत में एशिया कप जीतने के बाद मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया.
कौन हैं मोहसिन नकवी?
मोहसिन नकवी पाकिस्तान के गृह मंत्री के रूप में भी कार्यरत हैं. जब वह ट्राफी लेकर चले गए तो स्टेडियम ‘भारत माता की जय’ के नारों से गूंज उठा. अब सबसे बड़ा सवाल उठता है कि मोहसिन नकवी कौन हैं? वह एक ऐसे व्यक्ति हैं जो अक्सर फील्ड मार्शल असीम मुनीर, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और पाकिस्तानी क्रिकेटरों के साथ देखे जाते हैं. नकवी सिर्फ क्रिकेट में नहीं बल्कि राजनीति और मीडिया में भी सक्रिय हैं. उन्हें पाकिस्तान में मीडिया माफिया भी कहा जाता है. वह सिटी न्यूज नेटवर्क के मालिक हैं. पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के नेता आसिफ अली जरदारी सहित प्रभावशाली राजनेताओं के साथ उनके घनिष्ठ संबंध हैं.
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धोखाधड़ी के लगे थे आरोप
नकवी ने मीडिया हाउस शुरू करने से पहले सीएनएन के साथ काम किया था. बाद में उन्होंने पाकिस्तान को कवर किया और 9/11 के हमलों के बाद उन्हें दक्षिण एशिया के क्षेत्रीय प्रमुख के रूप में पदोन्नत किया गया. 2009 में सीएनएन के साथ अपने कार्यकाल के दौरान नकवी पर रावलपिंडी स्थित हारिस स्टील मिल्स के मालिक से जुड़े 9-बिलियन रुपये के धोखाधड़ी मामले में रिश्वत के आरोप लगे थे. रिपोर्टों में आरोप लगाया गया था कि नकवी को हारिस स्टील के मालिक शेख अफ़ज़ल से 3.5 मिलियन रुपये मिले थे. कथित भुगतान का उद्देश्य लाहौर उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के साथ कथित संबंधों का उपयोग करके सर्वोच्च न्यायालय में बरी होना सुनिश्चित करना था. 2009 में नकवी ने सिटी न्यूज नेटवर्क लॉन्च किया, जिसकी शुरुआत टेलीविजन चैनल C42 से हुई. इसे बाद में सिटी 42 के रूप में रीब्रांड किया गया था.
पीसीबी और एसीसी अध्यक्ष
नकवी की राजनीतिक यात्रा तब शुरू हुई जब उन्हें जनवरी 2023 से फरवरी 2024 तक पंजाब प्रांत का कार्यवाहक मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया. इससे उन्हें पाकिस्तान के शासन में एक प्रमुख व्यक्ति के रूप में स्थान मिला. पंजाब प्रांत के कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में उनका कार्यकाल समाप्त होते ही उन्हें फरवरी 2024 में पीसीबी अध्यक्ष चुना गया. उनके अधीन पीसीबी ने पाकिस्तान भर में कई स्टेडियमों के नवीनीकरण की देखरेख की और देश में सुरक्षा चिंताओं के कारण एक हाइब्रिड मॉडल में चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी की. अप्रैल 2025 में उन्हें दो साल के कार्यकाल के लिए एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) का अध्यक्ष चुना गया.
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नकवी की जबरदस्त नौटंकी
नकवी की पीसीबी और एसीसी प्रमुख दोनों के रूप में दोहरी भूमिका विवादों से घिरी रही है. वह भारत विरोधी बयानों को लेकर विवादों में रहे हैं.नकवी ने सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट किए हैं. नकवी जानते थे कि भारत ने पूरे टूर्नामेंट में पाकिस्तान को नजरअंदाज किया था, यहां तक कि पाकिस्तानी टीम के साथ हाथ मिलाने से भी इनकार कर दिया था. इसके बावजूद वह ट्रॉफी देने के लिए आए और बेइज्जत होकर वापस चले गए. ऐसी खबर आई थी कि भारतीय टीम एमिरेट्स क्रिकेट बोर्ड के उपाध्यक्ष खालिद अल जरूनी से ट्रॉफी ले सकती है, लेकिन नकवी ने इसमें टांग अड़ाया और ट्रॉफी लेकर भाग गए.