कुछ महीनों पहले लखनऊ सुपरजाइंट्स और मुंबई इंडियंस के बीच खेले गए मैच में एक चीज हुई, जिसे शायद ही क्रिकेटर अपने करियर में कभी अनुभव करना चाहेगी. यह कहानी किसी और की नहीं बल्कि भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गए फाइनल मैच में टीम इंडिया के स्टार खिलाड़ी तिलक वर्मा की है. आईपीएल 2025 में खेले गए 16वें मैच के दौरान लखनऊ ने पहले बल्लेबाजी करते हुए मुंबई को 204 रनों का लक्ष्य दिया, जवाब में मुंबई मैच हार गई, लेकिन उस दौरान तिलक वर्मा के साथ कुछ ऐसा हुआ, जिसके बारे में उन्होंने शायद ही कभी सोचा होगा.
हार गई थी MI
लखनऊ सुपरजायंट्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 204 रन बनाए, जिसके जवाब में बल्लेबाजी करने आई मुंबई की टीम को 7 गेंदों में 24 रन चाहिए थे और 5 विकेट बचे थे. उस समय बल्लेबाजी कर रहे तिलक वर्मा 23 गेंदों पर 25 रन बनाकर खेल रहे थे, उन्हें अचानक वापस जाने के लिए कहा गया, वो रिटायर्ड हर्ट होकर आउट लौट गए. ये सब देखकर उस समय ग्राउंड में बैठे दर्शक भी हैरान रह गए थे.
निराश हुए थे तिलक
तिलक वर्मा के लिए यह बेहद बुरा अनुभव था. इस चीज को शायद ही कोई बल्लेबाज अपने करियर में अनुभव करना चाहेगा. बतां दे कि इससे पहले आईपीएल इतिहास में 3 बार ऐसा हुआ, जब मैनेजमेंट के कहने पर खिलाड़ी को रिटायर्ड हर्ट होना पड़ा है. तिलक वर्मा तीसरे खिलाड़ी बने थे. गौरतलब है मुंबई की टीम ये मैच हार जाती है. कप्तान हार्दिक पांड्या और महेला जयवर्धने ने रिटायर्ड हर्ट के फैसले का बचाव करते हुए तिलक वर्मा को शॉट खेलने में दिक्कत हो रही थी ये बात कही. ये सब सुनने के बाद तिलक वर्मा बेहद निराश हो गए थे.
सलाम बयाश की सलाह
इस पूरे मामले पर उनके बचपन से मार्गदर्शक रहे उनके कोच सलाम बयाश को निराश होकर तिलक ने फोन किया. बयास ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए कहा, ‘ जब वह रिटायर्ड हर्ट कराया गया तो उसने मुझे फोन किया था. मैंने उसे समझाया देखो, इसके पीछे कोई प्लान जरूर होगा. तुम हिम्मत मत हारना. ऐसा खेलो की मैनेजमेंट आपके बारे में सोचे. कोई फोन करे तो फोन ना उठाना. अपने खेल पर ध्यान दो और इसका जवाब अपने बल्ले से देकर दिखाओ.’ उसके बाद से तिलक ने कभी मुड़कर नहीं देखा और वह आज भारतीय टी20 टीम का एक अहम हिस्सा हैं. उन्होंने पहले श्रीलंका के खिलाफ फिर पाकिस्तान के खिलाफ मैच विनिंग पारी खेलकर खुद को साबित कर दिखाया.
तिलक की मैच विनिंग पारी
एशिया कप के फाइनल मैच में जब भारत हार की कगार पर खड़ी थी. मैच को हार के मुंह से निकालने का काम करने वाले तिलक वर्मा ने शानदार 69 रनों की पारी खेली. तिलक ने शिवम दुबे के साथ बेहतरीन साझेदारी कर भारत को फाइनल मैच जिताया. फाइनल मैच में उनकी पारी बेहद बहुमूल्य रही. उन्होंने अपनी इस पारी के दौरान 3 चौके और 4 छक्के जमाए. उनकी शानदार पारी की बदौलत भारत ने 9वीं बार एशिया कप खिताब अपने नाम किया.