मध्यप्रदेश शासन ने मंगलवार को 24 आईएएस अफसरों के ट्रांसफर कर दिए। 12 जिलों के कलेक्टर बदले बदले गए हैं। इनमें पन्ना, पांढुर्णा, सिवनी, मुरैना, डिंडौरी, अलीराजपुर, निवाड़ी, भिंड, सिंगरौली, छिंदवाड़ा और रतलाम जिलों के कलेक्टर शामिल हैं।
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भिंड में खाद्य संकट और किसानों की समस्याओं को लेकर विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा से विवाद के बाद कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव को हटा दिया है। उन्हें PWD में अपर सचिव बनाया गया है।खाद के मुद्दे पर विधायक-कलेक्टर ने एक-दूसरे को चोर कहा था। विधायक ने कलेक्टर पर मुक्का तान दिया था, उंगली भी दिखाई थी।
भोपाल नगर निगम कमिश्नर हरेंद्र नारायण को छिंदवाड़ा का कलेक्टर बनाया है। बीजेपी के नेताओं ने हरेंद्र नारायण पर फोन न उठाने के आरोप सार्वजनिक तौर पर लगाए थे। पन्ना कलेक्टर रहे सुरेश कुमार को मुरैना का संभागायुक्त बनाया गया है।
संस्कृति जैन को भोपाल नगर निगम का कमिश्नर बनाया गया है। शिवराज सिंह चौहान के मुख्यमंत्री काल में उनके ओएसडी रहे नीरज वशिष्ठ को पांढुर्णा जिले का कलेक्टर बनाया है।
7 महिला IAS को मिली जिलों की कमान सरकार ने 7 महिलाओं को कलेक्टर बनाया है। अब मप्र के करीब एक तिहाई जिलों की कमान महिला अफसरों के हाथ है। अफसरों की मानें तो प्रदेश में कभी भी 8 या 10 से ज्यादा महिलाओं से ज्यादा एक बार में कलेक्टर नहीं रहीं। इस बार 55 में से 17 जिलों की कलेक्टर महिलाएं हैं। ऐसा पहली बार हुआ है।
देखिए ट्रांसफर लिस्ट…
नीरज कुमार को पहली बार कलेक्टरी मिली शीतला पटले, लोकेश जांगिड़ पर सरकार ने भरोसा जताते हुए दो से तीसरी बार कलेक्टरी सौंपी है। दूसरी ओर मिशा सिंह, गौरव बैनल, किरोड़ी लाल मीणा, जमुना भिड़े, अंजू पवन भदौरिया, नीतू माथुर, रजनी सिंह को पहली बार कलेक्टरी सौंपी गई है।
पिछले दो साल से लूपलाइन में चल रहे पूर्व सीएम और मौजूदा केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के करीबी माने जाने वाले प्रमोटी आईएएस नीरज कुमार वशिष्ठ को अपने सेवाकाल में पहली बार कलेक्टरी मिली है।
छिंदवाड़ा कलेक्टर शीलेंद्र सिंह को हटाया तबादला आदेश में विधानसभा चुनाव के पहले कलेक्टर बनाए गए संजीव श्रीवास्तव, शीलेंद्र सिंह, सुरेश कुमार, अभय बेडेकर, अंकित अस्थाना, अजय देव शर्मा को कलेक्टर पद से हटाया गया है। हालांकि धार कलेक्टर प्रियंका मिश्रा अभी भी पदस्थ हैं जो विधानसभा चुनाव के पहले धार कलेक्टर बनाए गए थे।
नेहा सिर्फ 8 महीने ही कलेक्टर रह पाईं नौ माह पहले आईएएस मीट में फील्ड पोस्टिंग में भेदभाव का मुद्दा उठाने वाली नेहा सिर्फ 8 महीने ही डिंडौरी की कलेक्टर रह पाईं। उन्हें फिर से लूपलाइन में भेजते हुए विमुक्त, घूमंतू और अर्ध घूमंतू जनजाति विभाग में संचालक बनाया गया है। नेहा के कामकाज के तौर तरीकों पर विधायक ओमप्रकाश धुर्वे ने सवाल उठाते हुए सीएम से शिकायत की थी।
यह खबरें भी पढ़ें… 1. आधी रात में 18 आईएएस, 8 एसएएस के तबादले राज्य सरकार ने आधी रात को भारतीय प्रशासनिक सेवा के 18 और राज्य प्रशासनिक सेवा के 8 अफसरों के तबादले किए हैं। इन अधिकारियों को जिला पंचायत सीईओ, अपर कलेक्टर, अपर संचालक और अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पदस्थ किया गया हैं। पढ़ें पूरी खबर…
2. एमपी में फिर तबादले, 20 IAS इधर से उधर

मध्यप्रदेश में एक बार फिर आईएएस अफसरों के तबादले किए गए हैं। सरकार ने 20 अफसरों को इधर से उधर किया है। 2008 बैच के आईएएस विशेष गढ़पाले को ऊर्जा विभाग में सचिव बनाया गया है। वंदना वैद्य को मप्र वित्त निगम इंदौर में प्रबंध संचालक बनाया गया है। पढ़ें पूरी खबर…