Ujjain: गुनाह से सने हाथ फैलाएंगे लोगों के घरों में उजियारा, कैदियों ने बनाया LED, दूर-दूर तक हो रही डिमांड 

Ujjain: गुनाह से सने हाथ फैलाएंगे लोगों के घरों में उजियारा, कैदियों ने बनाया LED, दूर-दूर तक हो रही डिमांड 


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Ujjain News: महाकाल की नगरी में उज्जैन भैरवगढ़ सेंट्रल जेल में बंद कैदी अब अपराध की दुनिया से हटकर अपने पुनर्वास की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं. यहां हत्या और अन्य अपराधों की सजा काट रहे कैदी रोजाना कुछ ऐसा काम कर रहे हैं, जिससे उनके और घरवालों के चेहरे भी खिलते नजर आ रहे है. देखिए पूरी रिपोर्ट.

Ujjain News: मध्य प्रदेश के उज्जैन में केन्द्रीय भैरवगढ़ जेल अब सिर्फ सजा काटने की जगह नहीं रही, बल्कि यह अब बंदियों को आत्मनिर्भर बनाने का केंद्र बनती जा रही है. यहां जेल में सजा काट रहे बंदियों को एलईडी बल्ब निर्माण का काम सिखाया जा रहा है. हर दिन बंदी सैकड़ों एलईडी बल्ब तैयार कर रहे हैं. जेल में बंद कैदी अब अपराध की दुनिया से हटकर अपने पुनर्वास की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं. यहां कोई मामूली अपराधी नहीं बल्कि हत्या, दुष्कर्म और अन्य अपराधों की सजा काट रहे कैदी हैं जो रोजाना एलईडी बल्ब और सजावटी सीरीज बना रहे हैं. खास बात यह है कि इनके बनाए गए यह बल्ब अब अन्य शहरों मे भी जाने लगे हैं औ इससे इनकी आय भी हो रही है.

रोजाना कर रहे हैं इतनी रोशनी 
आईटीआई उज्जैन की ओर से अलग-अलग ट्रेड में एडमिशन लेकर कैदी जेल में ही इलेक्ट्रिक मोटर वाइंडिंग, पंखे सहित अन्य इलेक्ट्रिकल कार्य का प्रशिक्षण ले रहे हैं. आईटीआई से आए इंस्ट्रक्टर रोजाना सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक कैदियों को ट्रेनिंग देते हैं. इलेक्ट्रिकल का काम सीख चुके करीब 50 कैदी अब रोजाना 200 से 300 LED बल्ब तैयार कर रहे हैं. इंस्ट्रक्टर राम कुमार उइके ने बताया कि कैदियों को पिछले पांच माह से बल्ब बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. बल्ब बनाने के लिए जरूरी कच्चा माल दिल्ली और नासिक से मंगवाया जाता है. दिवाली और अन्य त्योहारों के लिए सजावटी सीरीज बनाने का काम भी कैदी कर रहे हैं.

भविष्य में हर घर में करेंगे उजाला 
भेरुगढ़ जेल के डिप्टी जेलर सुरेश गोयल ने बताया कि फिलहाल कैदी 9 और 15 वाट के एलईडी बल्ब बना रहे हैं. ये बल्ब बाजार की तुलना में काफी कम लागत में तैयार हो जाते हैं. लागत पर 30% प्रॉफिट मार्जिन रखकर इन्हें प्रदेश की अन्य जेलों में सप्लाई किया जा रहा है. अभी कैदियों द्वारा बनाए गए बल्ब केवल जेलों में ही उपयोग किए जा रहे हैं, लेकिन जेल प्रशासन की योजना है कि भविष्य में भैरवगढ़ जेल की आउटलेट्स के माध्यम से इन्हें आम जनता तक भी पहुंचाया जाएगा.

कैदियों के परिजन भी खुश
जेल अब सुधार गृह की असली परिभाषा बनता जा रहा है. बंदियों के इस हुनर को जेल प्रशासन प्रोत्साहित कर रहा है. कई बंदियों के परिवार भी इस पहल से खुश हैं. अब वे अपनो को एक नया और बेहतर जीवन देने का सपना देख रहे हैं. केंद्रीय जेल उज्जैन का यह प्रयोग पूरे राज्य के लिए मिसाल बन रहा है. बंदियों के इस हुनर को जेल प्रशासन प्रोत्साहित कर रहा है, जिससे हर बल्ब की रोशनी से उनके भविष्य में उजाला दिखने लगा है.

Deepti Sharma

Deepti Sharma, currently working with News18MPCG (Digital), has been creating, curating and publishing impactful stories in Digital Journalism for more than 6 years. Before Joining News18 she has worked with Re…और पढ़ें

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गुनाह से सने हाथ फैलाएंगे लोगों के घरों में उजियारा



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