छिंदवाड़ा की बड़ी ईदगाह के सामने स्थित पुरानी पानी की टंकी में बुधवार सुबह करीब 9 बजे बड़ा हादसा होते-होते टल गया। टंकी जर्जर हालत में थी और उसकी रिपेयरिंग का काम चल रहा था। इसी दौरान ऊपरी हिस्सा तोड़ते समय अचानक तीन मजदूर नीचे टंकी में गिर पड़े।
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गनीमत यह रही कि उस वक्त टंकी में सिर्फ 4 से 4.5 फीट पानी भरा था और बोरिंग से पानी भरने का काम शुरू नहीं किया गया था। हादसे की जानकारी मिलते ही निगम कर्मचारी, अधिकारी और कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया।
दो मजदूर सुरक्षित, एक घायल
रेस्क्यू टीम ने दो मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। वहीं तीसरे मजदूर का हाथ टूट जाने के कारण उसे निकालने में कर्मचारियों को खासी मशक्कत करनी पड़ी।
घटनास्थल पर मौजूद निगम कर्मी अधिकारी
घायल मजदूरों के नाम
1. अशाड़ू विश्वकर्मा
2. संतोष कहार
3. राजू

दो मजदूरों को पहले निकाल लिया गया
परमिशन और सुरक्षा पर बड़ा सवाल
इस टंकी की मरम्मत का ठेका जियो मिलर कंपनी को दिया गया है। कंपनी के मैनेजर ईश्वर सर्वोदय का कहना है कि उन्होंने काम के लिए निगम से परमिशन ली थी। जबकि निगम अधिकारी विवेक चौहान का कहना है कि ठेका मिलने के बाद काम शुरू करने से पहले अनुमति लेना जरूरी था, जो कंपनी की ओर से नहीं ली गई।

एक मजदूर को रस्सी की सहायता से नीचे उतारा गया
बिना सेफ्टी बेल्ट के भेजे मजदूर
हादसे के बाद कंपनी की बड़ी लापरवाही भी सामने आई। मजदूरों को बिना सेफ्टी बेल्ट के टंकी पर काम के लिए भेजा गया था। जब हादसा हो गया, तब बचाव कार्य के दौरान एक सेफ्टी बेल्ट मंगवाई गई और यह दिखाने की कोशिश की गई कि सभी मजदूरों के लिए सुरक्षा उपकरण मौजूद थे। जबकि हकीकत यह थी कि किसी के पास सेफ्टी बेल्ट नहीं था।
इस मामले में जब कंपनी के मैनेजर से पूछा गया तो उन्होंने जानकारी न होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया।