देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी (डीएवीवी) के इंजीनियरिंग संस्थान आईईटी (इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी) में रैगिंग कांड की जांच के बीच अब बड़ा खुलासा हुआ है। यहां कुछ सीनियर छात्र हाल ही में नेपाल में हुए जेन-जी आंदोलन की तर्ज पर यूनिवर्सिटी को बद
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मोबाइल चैट्स से सामने आया कि सीनियरों ने जूनियरों को भड़काने के लिए प्लान तैयार किया था। इसी के चलते छात्रों ने होस्टल के सीसीटीवी कैमरे व डीवीआर तक तोड़ डाले। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
अगस्त माह में रैगिंग के आरोपियों पर हुई कार्रवाई के बाद से ही सीनियर छात्र प्रबंधन से नाराज थे। इसी वजह से वे संस्थान के खिलाफ माहौल बनाने में जुट गए। पिछले मंगलवार को फर्स्ट ईयर के 50 से ज्यादा छात्रों को शहर के एक रेस्टोरेंट में बुलाया गया।
यहां उन्हें नए ई-मेल आईडी, फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट बनाकर यूनिवर्सिटी के खिलाफ पोस्ट करने को कहा गया। हालांकि, प्रबंधन को गुप्त बैठक की भनक लग गई और आंदोलन शुरू होने से पहले ही ठप हो गया। इस मामले में मंगलवार को प्रोक्टोरियल बोर्ड की भी बैठक हुई।
कुछ जूनियर छात्रों की भूमिका भी संदिग्ध
एंटी रैगिंग कमेटी ने जूनियरों से पूछताछ की तो उन्होंने किसी भी गतिविधि में शामिल होने से साफ इंकार किया, लेकिन जांच में कुछ छात्रों की मोबाइल चैट में जेन-जी जैसा आंदोलन खड़ा करने की तैयारी के राज खुले। होस्टल में तोड़-फोड़ के भी मैसेज चैट में मिले है।
दरअसल, सीनियर छात्र यूनिवर्सिटी पर दबाव बनाकर रैगिंग के आरोपियों पर हुई कार्रवाई को खत्म करने के लिए दबाव बनाना चाहते थे। इस पूरे घटनाक्रम में आईईटी के कुछ जूनियर छात्रों की भूमिका भी संदिग्ध मानी जा रही है। फाइनल के छात्र अमन पटेल का छोटा भाई अनुज पटेल फर्स्ट ईयर में है।
वह अवैध रूप से यूनिवर्सिटी होस्टल में रहता है और खबरी के रूप में काम कर रहा था। बीते दिनों रात को होस्टल के सीसीटीवी कैमरे और डीवीआर को नुकसान पहुंचाने में इसी बैच के छात्रों के नाम शामिल है।
एंटी रैगिंग कमेटी की जांच में खुलासा
- जूनियरों को रेस्टोरेंट में बुलाने के लिए सीनियर अमन पटेल ने मैसेज किए थे।
- रेस्टोरेंट में फेक जीमेल और ट्विटर अकाउंट खुलवाए गए और मैसेज ज्यादा लोगों तक पहुंचाने को कहा।
- नेपाल के जेन-जी प्रोटेस्ट की तर्ज पर बड़े आंदोलन को तैयार रहने के लिए कहा गया।
- अमन के कहने पर फर्स्ट ईयर के छात्र ने संबंधित मैसेज सभी के मोबाइल से डिलीट करवाए।
- आदेश नहीं मानने पर जूनियरों को बैच आउट करने की धमकी दी गई।
- फर्स्ट ईयर के छात्र उमंग अग्रवाल ने सीनियर इंट्रोडक्शन नाम से भी एक ग्रुप बनाया था।
- अमन ने स्वीकारा कि रेस्टोरेंट में आदर्श मकवाना, आदित्य शर्मा, सुनील अहिरवार, नमन पांडे, यशश्री मिश्रा, धवल चौधरी सहित अन्य सीनियर थे।
डायरेक्टर की सफाई- छात्र संगठन के कार्यकर्ता नहीं
एक छात्र संगठन का नाम चर्चा में आने पर आईईटी डायरेक्टर प्रो. प्रतोष बंसल ने कहा कि विवाद में छात्र संगठन का कोई कार्यकर्ता नहीं है। वहीं डीएवीवी के कुलपति प्रो. राकेश सिंघई ने कहा, पुलिस जांच के बाद दोषी छात्रों पर नियमानुसार कार्रवाई करेंगे।