Last Updated:
विदर्भ बनाम रेस्ट ऑफ इंडिया ईरानी ट्रॉफी मुकाबले में बड़े बड़े प्लेयर्स को मौका मिला. ईशन किशन, ऋतुराज गायकवाड़, यश ढुल जैसे खिलाड़ी ROI का हिस्सा थे. कोई भी बैटर अपनी टीम को मुश्किल से नहीं निकाल पाया.
नई दिल्ली. इस वक्त विदर्भ और रेस्ट ऑफ इंडिया (ROI) के बीच ईरानी ट्रॉफी मुकाबला खेला जा रहा है. विदर्भ ने पहली पारी में 342 रन बनाए. जवाब में रेस्ट ऑफ इंडिया की पारी लड़खड़ाती नजर आई. टीम इंडिया में जगह बनाने की कोशिश कर रहे बड़े-बड़े नाम इस दौरान चारों खाने चित हो गई. विदर्भ के बॉलर्स के आगे उनकी एक नहीं चली. ईशान किशन से लेकर ऋतुराज गायकवाड़, यश ढुल सब बल्ले से फ्लॉप रहे. अभिमन्यु ईश्वरन ने अर्धशतक जरूर जड़ा लेकिन टीम इंडिया में डेब्यू के लिए कप्तान को रिझाने के लिए यह नाकाफी है.
ऋतुराज गायकवाड़ की बात की जाए तो उन्होंने मैच में 13 गेंदों का सामना करने के बाद महज नौ रन बनाए. यश ठाकुर की गेंद पर वो कैच आउट हुए. कुछ ऐसा ही हाल ईशान किशन का भी था. वो 14 गेंद का सामना करने के बाद महज एक रन ही बना पाए. पार्थ रेखाड़े ने उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट कर दिया. यश ढुल 11 रन के निजी स्कोर पर स्टंप आउट हो गए. खासबात यह है कि ये सभी खिलाड़ी आईपीएल में अच्छे प्रदर्शन के दम पर काफी नाम कमा चुके हैं, लेकिन घरेलू क्रिकेट में एक रणजी टीम ने सभी की बोलती बंद कर दी.
ईशान की वापसी नहीं आसान
ईशान किशन की बात की जाए तो वो अपने व्यवहार के कारण टीम इंडिया से बाहर हुए थे. इसके बाद से ही उन्हें वनडे, टी20 टेस्ट सभी फॉर्मेट से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था. भारत के लिए फिर से खेलने के लिए उन्हें घरेलू क्रिकेट में फिर से रन बनाने होंगे. मौजूदा प्रदर्शन को देखते हुए ईशान किशन की टीम में वापसी मुश्किल ही नजर आती है.
ऋतुराज को करनी होगी मेहनत
ऋतुराज गायकवाड़ भारत की वनडे और टी20 फॉर्मेट में डेब्यू कर चुके हैं. अभी तक उन्हें टेस्ट क्रिकेट में मौका नहीं दिया गया है. वो रणजी ट्रॉफी और ईरानी ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन कर टेस्ट स्क्वाड में अपनी जगह बनाना चाहते हैं. हालांकि जिस तरह का प्रदर्शन वो कर रहे हैं, उसे देखते हुए आगे की राह मुश्किल नजर आती है.
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और…और पढ़ें
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और… और पढ़ें