Last Updated:
Agriculture News: डॉ कमलेश ने लोकल 18 को बताया कि किसान भाई गिरिराज, राज विजय सरसों-2, जवाहर सरसों-3, पूसा जय किसान, आरएच-725, आरएच-749 जैसी किस्में लगाकर बढ़िया उत्पादन कर बेहतर मुनाफा कमा सकते हैं.
छतरपुर. अगर किसान भाई सरसों की खेती (Sarso Kheti Tips) करना चाहते हैं, तो आज हम आपको सरसों की कुछ ऐसी किस्मों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनको लगाकर आज अच्छा उत्पादन पा सकते हैं. एक्सपर्ट के मुताबिक, सरसों की इन किस्मों को लगाकर किसान बढ़िया मुनाफा कमा सकते हैं. मध्य प्रदेश के छतरपुर नौगांव कृषि विज्ञान केंद्र में पदस्थ डॉक्टर कमलेश अहिरवार लोकल 18 को बताते हैं कि रबी सीजन की बोवनी का समय शुरू हो गया है. ऐसे समय में किसान भाई असिंचित सरसों की खेती कर सकते हैं.
खेती के लिए कौन सी मिट्टी सही?
कृषि वैज्ञानिक बताते हैं कि सरसों की फसल के लिए दोमट या बलुई मिट्टी उचित जल निकास वाली उपयुक्त होती है. ज्यादा अम्लीय या क्षारीय मिट्टी उपयुक्त नहीं होती है.
ऐसे तैयार करें खेत
फसलों की कटाई के बाद 2 से 3 बार खेत की कल्टीवेटर से जुताई करके खेत में पाटा लगाकर नमी को संचित कर लें. खेत में ढेले नहीं बनें. सरसों की बुवाई के लिए एक हेक्टेयर में 5 से 6 किलोग्राम बीज की जरूरत होती है.
ऐसे करें बुवाई
एक्सपर्ट के मुताबिक, सरसों की बुवाई देसी हल या सरिता या सीड ड्रिल से कतार में करें. कतार से कतार दूरी 40 सेमी और पौध से पौध की दूरी 10 से 12 सेमी और 2 से 3 सेमी की गहराई पर बीज की बुवाई करें.
ये हैं उन्नत किस्में
डॉ कमलेश आगे बताते हैं कि किसान भाई जवाहर सरसों-3, राज विजय सरसों-2, पूसा जय किसान, गिरिराज, आरएच-725, आरएच-749 जैसी किस्में लगाकर बढ़िया उत्पादन कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.
राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.
राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.