महिला जिसे अस्पताल अधीक्षक ने बताया मृत।
इटारसी के डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सरकारी अस्पताल में एक महिला को अधीक्षक ने मृत घोषित कर दिया, जबकि वह जीवित थी और उसका इलाज किया जा रहा है। महिला को उसका पति शुगर का स्तर कम होने के कारण हाथ ठेले पर अस्पताल लाया था।
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यह घटना शनिवार दोपहर की है। शहर के मछली बाजार निवासी 65 वर्षीय रेशमा की तबीयत शुगर कम होने से बिगड़ गई थी। उनके पति सेलू को कोई वाहन नहीं मिला, तो वे अपनी पत्नी को हाथ ठेले पर लेकर सरकारी अस्पताल पहुंचे।
इटारसी का सिविल अस्पताल।
अधीक्षक ने मृतक बताया
अस्पताल अधीक्षक आरके चौधरी ने पहले बताया था कि महिला को हाथ ठेले पर लाया गया था और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इसके बाद सोशल मीडिया पर भी महिला के निधन की खबरें प्रसारित होने लगीं। हालांकि, जब मीडियाकर्मी अस्पताल पहुंचे, तो रेशमा को फीमेल वार्ड में भर्ती पाया गया और उनका इलाज जारी था। अस्पताल प्रशासन ने बाद में पुष्टि की कि महिला जीवित है और उसका इलाज चल रहा है।
कचरा बीनने का काम करते हैं दंपती
अस्पताल पहुंचे महिला के पति सेलू ने बताया है कि हम दोनों पति-पत्नी कचरा बीनने का काम करते हैं। मेरी पत्नी का शुगर कम हो गया था। जिससे वह बेहोश हो गई। मेरे पास मोबाइल नहीं था इसलिए एंबुलेंस को फोन नहीं लगा सका। जल्दी में ठेले पर ही अस्पताल लेकर पहुंच गया था।

ठेले पर ऐसी हालत में महिला को लेकर अस्पताल लाया था पति।
ठेले पर लाने की जरूरत नहीं थी
अधीक्षक ने यह भी कहा कि अगर इटारसी में रहने वाली महिला की तबीयत खराब हुई थी, तो उसके पति को 108 एंबुलेंस को फोन करना चाहिए था। उन्होंने कहा कि अस्पताल से एंबुलेंस भेजी जाती और हाथ ठेले पर लाने की कोई आवश्यकता नहीं थी।
