नवजात को गोद में लेकर अस्पताल पहुंची बुआ गीताबाई।
बड़वाह में जननी वाहन की देरी के कारण एक गर्भवती महिला की सड़क पर ही डिलीवरी हो गई। यह घटना बड़वाह से करीब 6 किलोमीटर दूर कीठूद गांव के पास महेश्वर रोड पर हुई। प्रसूता और नवजात दोनों स्वस्थ हैं और उन्हें सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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जानकारी के अनुसार, लीलुबाई नामक गर्भवती महिला को शनिवार शाम अचानक पेट में दर्द शुरू हुआ। उनके पति महेश ने जननी वाहन को फोन किया, लेकिन काफी देर तक वाहन नहीं पहुंचा। इसके बाद रात करीब 8 बजे महेश अपनी पत्नी को बाइक पर बैठाकर भटौली गांव से अस्पताल ले जाने लगे।
सड़क पर बेटे को दिया जन्म
महेश्वर रोड पर लीलुबाई को फिर से तेज दर्द होने लगा, जिसके बाद महेश ने बाइक रोकी। इसी दौरान लीलुबाई की सड़क पर ही सामान्य डिलीवरी हो गई और उन्होंने एक बेटे को जन्म दिया। सड़क पर महिला और बच्चे को देखकर लोगों की भीड़ जमा हो गई। इस दौरान जननी वाहन को दोबारा फोन किया गया, लेकिन वह डेढ़ घंटे तक नहीं पहुंचा।
स्थानीय लोगों की मदद से एक निजी एंबुलेंस बुलाई गई। इसके बाद मां, नवजात और परिजनों को बड़वाह सिविल अस्पताल लाया गया, जहां उन्हें डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है।
बुआ ने कहा- दो बेटियां पहले से हैं, अब बेटे से परिवार पूरा
नवजात को गोद में लेकर अस्पताल पहुंची बुआ गीताबाई ने पहले लड़की समझा था। जब उन्होंने कपड़ा हटाकर देखा कि लड़का हुआ है, तो वह खुशी से झूम उठीं।
गीताबाई ने बताया कि लीलुबाई को पहले से दो बेटियां हैं और अब बेटा होने से परिवार पूरा हो गया है। उन्होंने बच्चे का नाम ‘श्रवण’ रखने की बात कही। गीताबाई पढ़ाली गांव से आई थीं, जबकि महेश और लीलुबाई बठोली गांव से अस्पताल के लिए निकले थे।