मंदसौर में रविवार शाम मध्यप्रदेश सरकार की भावांतर भुगतान योजना के समर्थन में ट्रैक्टर रैली निकाली गई। इस रैली में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और बड़ी संख्या में किसानों ने भाग लिया। रैली गुराड़िया बालाजी से शुरू होकर कृषि उपज मंडी, काबरा पेट्रोल पंप
.
सभा में जनप्रतिनिधियों और किसानों ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की किसान हितैषी नीतियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि भावांतर भुगतान योजना से किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिलेगा और बाजार की अस्थिरता से राहत भी मिलेगी।
3 से 17 अक्टूबर तक होगा किसानों का पंजीयन: भावांतर योजना के तहत किसानों का पंजीयन 3 अक्टूबर से 17 अक्टूबर तक किया जाएगा। इसके लिए 68 सोसाइटी स्तर केंद्र, ग्राहक सेवा केंद्र, एमपी ऑनलाइन, एमपी किसान ऐप और ई-उपार्जन पोर्टल पर सुविधा उपलब्ध रहेगी। पंजीयन के लिए किसानों को आधार कार्ड, बी-1 नकल, ई-केवाईसी किया हुआ बैंक खाता, आधार से लिंक मोबाइल नंबर और समग्र आईडी अनिवार्य रूप से लाना होगा।
सोयाबीन खरीदी 24 अक्टूबर से 15 जनवरी तक योजना के तहत सोयाबीन की खरीदी 24 अक्टूबर से 15 जनवरी तक चलेगी। अधिकारियों के अनुसार, इससे किसानों को फसल का बेहतर मूल्य मिलेगा और उन्हें आर्थिक स्थिरता भी मिलेगी।
सांसद सुधीर गुप्ता बोले- ऐतिहासिक फैसला सभा में सांसद सुधीर गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने फसलों का सर्वे कराकर दिवाली से पहले किसानों के खातों में मुआवजा राशि भेजने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि भावांतर योजना लागू होने से किसानों को बड़ी राहत मिलेगी। साथ ही, केंद्र सरकार द्वारा जीएसटी में कटौती से ट्रैक्टरों पर 60 हजार से 1 लाख रुपए तक की बचत हुई है, जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है।
राज्यसभा सांसद बंशीलाल गुर्जर ने बताई सरकार की उपलब्धियां राज्यसभा सांसद बंशीलाल गुर्जर ने कहा कि मंदसौर जिले के तीन लाख से अधिक किसानों के खातों में मुख्यमंत्री ने राहत राशि ट्रांसफर की है। उन्होंने कांग्रेस शासनकाल की तुलना करते हुए कहा, “पहले किसानों को महीनों इंतजार करना पड़ता था और 1-10 रुपये के चेक मिलते थे, जबकि अब भाजपा सरकार किसानों के हितों पर तुरंत निर्णय लेती है।”
देखिए तस्वीरें…




