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Khargone Jam Gate News: खरगोन का जाम गेट इन दिनों हरियाली की चादर ओढ़े हुए शिमला जैसा नजारा पेश कर रहा है. यहां रोजाना हजारों की संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं. लेकिन, इसी खूबसूरत मार्ग को कुछ दिन के लिए बंद किया जाएगा. जानें वजह
महू-मंडलेश्वर मार्ग पर स्थित छोटा जाम फील्ड फायरिंग रेंज में दी इन्फेंट्री स्कूल, महू द्वारा फील्ड फायरिंग अभ्यास किया जाना है. प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से इस मार्ग पर सभी प्रकार की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाया है. फायरिंग के दौरान यह रास्ता 6 और 7 अक्टूबर को दो दिन तक सुबह 6 से शाम 6 बजे तक पूरी तरह बंद रहेगा.

इस फायरिंग रेंज के आसपास के गांवों, बेकल्या, अवल्या, बागदरा, भूदरी, रोशियाबारी, झीरठ, हाथीदागर, वाचू पॉइंट, सुलामार, मथानिया सहित अन्य ग्रामीण इलाकों के लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है. प्रशासन ने संबंधित पटवारी, पंचायत सचिव और चौकीदारों को मुनादी कराने के निर्देश दिए हैं ताकि कोई भी व्यक्ति या मवेशी इस क्षेत्र में न जाएं.

मंडलेश्वर नायब तहसीलदार ने बताया कि फायरिंग अभ्यास के दौरान यदि कोई व्यक्ति प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रवेश करता है और किसी प्रकार की हानि या दुर्घटना होती है, तो इसके लिए संबंधित व्यक्ति स्वयं जिम्मेदार होगा. ऐसे मामलों में किसी प्रकार का मुआवजा भी नहीं दिया जाएगा.

दरअसल, खरगोन से इंदौर या इंदौर से मंडलेश्वर जाने वालों के लिए यह मार्ग सबसे सुविधाजनक माना जाता है. इस रास्ते से सफर करने पर दूरी लगभग 22 किलोमीटर घट जाती है, जिससे पेट्रोल और समय दोनों की बचत होती है. साथ ही जाम गेट का घुमावदार घाट सेक्शन 8 किलोमीटर तक फैला है, जो ड्राइविंग को रोमांचक बना देता है.

बरसात और सर्दियों के मौसम में विंध्याचल पर्वत के शिखर पर स्थित जाम गेट का नजारा किसी हिल स्टेशन से कम नहीं लगता. चारों ओर फैली हरियाली, पहाड़ी धुंध और ऊंचाई से दिखाई देने वाली घाटियों का दृश्य पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देता है.

इंदौर से मात्र 50 किलोमीटर और खरगोन मुख्यालय से 75 किलोमीटर की दूरी पर स्थित जाम गेट पर्यटकों की पहली पसंद बना रहता है. छुट्टियों के दिनों में यहां पिकनिक मनाने वालों की भीड़ लग जाती है. हालांकि, आने वाले दिनों में फायरिंग अभ्यास के दौरान यह रास्ता बंद रहेगा, इसलिए पर्यटक यात्रा की योजना बनाते समय सावधानी जरूर बरतें.