10 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
जापान में पहली बार एक महिला प्रधानमंत्री बनने जा रही हैं। सत्ताधारी लिब्रल डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP) ने साने ताकाइची को नया अध्यक्ष चुना हैं। जापान में बहुमत वाली पार्टी का अध्यक्ष ही नया पीएम बनता हैं।
ताकाइची पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की करीबी मानी जाती हैं। शिंजो जापान में सबसे लंबे समय तक PM रहे थे।
कॉलेज में थी हेवी मेटल बैंड की ड्रमर
साने ताकाइची का जन्म 1961 में जापान के नारा प्रांत में हुआ था। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया हैं कि, वे बचपन से ही अपने माता-पिता के खिलाफ बगावती रही है।
नारा हाई स्कूल से अपनी स्कूलिंग पूरी करने के बाद, उन्हें टोक्यो की बड़े यूनिवर्सिटी से हायर एजुकेशन के लिए ऑफर मिला मगर उनके माता-पिता ने प्राइवेट यूनिवर्सिटी का खर्च उठाने से मना कर दिया। इसके बाद उन्होंने अपनी ग्रेजुएशन कोबे यूनिवर्सिटी से की।

इंटरव्यू में ताकाइची ने बताया की हाई स्कूल जाते समय, देरी होने पर वे बाइक इस्तेमाल करती थी। बाइक को स्कूल के पीछे पार्क करती थी और दीवार फांद कर स्कूल पहुंचती थी।
वहीं ताकाइची कॉलेज के समय हेवी मेटल बैंड में ड्रम प्लेयर थी। वे बताती हैं की उनकी परफॉरमेंस इतनी बेहतरीन होती थी कि स्टिक तक टूट जाती थी।
अपनी किताब में उन्होंने अपने प्रेम प्रसंगों के बारे में भी खुल कर बताया हैं। वे राजनीति में आने से पहले लेखक और टीवी प्रेजेंटर भी रह चुकी हैं।
जापानी राजनीति में ‘आयरन लेडी’ के नाम से प्रसिद्ध
साने ताकाइची पर ब्रिटेन की पूर्व प्रधानमंत्री मार्गरेट थैचर का गहरा असर पड़ा है। थैचर को लोग उनकी सख्त और दृढ़ छवि की वजह से ‘आयरन लेडी’ कहते थे।
जब ताकाइची की मुलाकात थैचर से हुई, तब उन्होंने महसूस किया कि अगर उन्हें जापान की पुरुष-प्रधान राजनीति में अपनी पहचान बनानी है, तो उन्हें भी कठोर और आत्मविश्वासी बनना होगा। उसके बाद से उनके राजनीतिक फैसलों, बोलने के अंदाज और काम करने के तरीके में वही थैचर वाली दृढ़ता दिखने लगी।

सांसदों से कहा, ‘घोड़े की तरह काम करें’
ताकाइची को पारंपरिक मूल्यों का समर्थक माना जाता हैं। आलोचकों का कहना हैं कि पार्टी लीडरशिप की दौड़ के दौरान उन्होंने ‘महिलाओं के सामने आने वाली कठिनाइयों या जेंडर असमानताओं’ पर चुप्पी साधी हुई थी।
- पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद, उन्होंने सभी सांसदों ओर सदस्यों से ‘घोड़े की तरह काम’ करने को कहा। उन्होंने कहा की वे ‘वर्क-लाइफ बैलेंस’ को छोड़ देंगी।
- वे चीन विरोधी होने के साथ-साथ अमेरिका से हुई ट्रेड डील के भी खिलाफ हैं। उनका कहना हैं कि इस पर फिर से बातचीत होनी चाहिए।
- वे समलैंगिक विवाह की विरोधी भी हैं। उनका मानना हैं इससे पारिवारिक मूल्य कम होते हैं
- देश में पुरुष राजा होने की भी समर्थक हैं और रानी शासन के खिलाफ।
- वे विदेशियों के जापान में आने के नियमों को सख्त करने की मांग कर चुकी है।
- वे पति-पत्नी के अलग-अलग सरनेम रखने के भी खिलाफ हैं।
2017 में पति को तलाक दिया, 4 साल बाद फिर साथ आए
साने ताकाइची ने 2004 में अपनी ही पार्टी के सांसद ताकू यामामोटो से शादी की थी। लेकिन जुलाई 2017 में दोनों ने राजनीतिक मदभेद होने की वजह से तलाक ले लिया।
उस समय उनके अलग होने की खबरों की चर्चा मीडिया में खूब हुई। हालांकि 4 साल बाद दिसंबर 2021 में दोनों ने दोबारा शादी कर ली। इसके बाद, उन्होंने अपने सरनेम को बदलकर ताकाइची कर लिया।
सेकेंड वर्ल्ड वॉर में मारे गए सैनिकों को श्रद्धांजलि दी
जापान में जंग में मारे गए सैनिकों की आत्माओं को सम्मानित करने के लिए 1869 में यासुकुनी तीर्थ स्थल बनाया गया। राजधानी टोक्यो में स्थित इस स्थल के बारे में कहा जाता है कि यहां पर 25 लाख जापानी सैनिकों की आत्माएं हैं।
यहां पर द्वितीय विश्व युद्ध (WWII) में दोषी ठहराए गए युद्ध अपराधियों को भी सम्मानित किया गया है। विश्व युद्ध में जापानी सेना के अत्याचार (जैसे नानकिंग नरसंहार, जबरन श्रमिकों का शोषण, और यौन गुलामी) के कारण चीन और दक्षिण कोरिया इसे जापानी साम्राज्यवाद का प्रतीक मानते हैं।
ऐसे में जब जापान का कोई पीएम यासुकुनी का दौरा करता है तो ये नाराज हो जाते हैं। उनका मानना है कि इससे जापानी सैनिकों की क्रूरता को सही ठहराया जा रहा है। ताकाइची ने पीएम दावेदारी से पहले 15 अगस्त को यासुकुनी का दौरा किया था, तब इसकी काफी चर्चा हुई थी।
ऐसी ही और खबरें पढ़ें…
पद्म विभूषण पंडित छन्नूलाल मिश्र का निधन: शास्त्रीय संगीत के थे महारथी, वाराणसी के घराने से सीखा संगीत

गुरुवार, 2 अक्टूबर कि सुबह 89 वर्षीय पंडित छन्नूलाल मिश्र का निधन हो गया। वे पद्म विभूषण से नवाजे गए मशहूर इंडियन क्लासिकल सिंगर थे। पूरी खबर पढ़ें…