राजगढ़ में सोमवार को आयुष विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। इसमें सीएमएचओ डॉ. शोभा पटेल ने आयुष डॉक्टरों को मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं में सक्रिय योगदान देने पर जोर दिया।
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डॉ. पटेल ने कहा कि गर्भवती महिलाओं का प्रथम तीन माह में पंजीकरण अनिवार्य है। हाई-रिस्क गर्भवती महिलाओं की जानकारी एएनएम और सीएचओ के साथ साझा की जानी चाहिए।
उन्होंने सभी डॉक्टरों को अपने क्षेत्र की हाई-रिस्क महिलाओं की सूची बनाने और उनका नियमित फॉलोअप करने के निर्देश दिए। इसका उद्देश्य समय पर उपचार सुनिश्चित करना और मातृ मृत्यु दर को कम करना है।
सीएमएचओ ने बताया कि यह समन्वय ग्राम स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करेगा और मातृ मृत्यु दर घटाने में प्रभावी साबित होगा।
बैठक में जिला आयुष अधिकारी आर. एन. गर्ग सहित सभी आयुष डॉक्टर मौजूद रहे। उन्होंने मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपने योगदान को बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई।