न कोचिंग, न महंगी किताबें, दिन में खेत… रात में टूटे फोन से की NEET की तैयारी, अब MBBS कर रहा किसान का बेटा, जानें इनका संघर्ष

न कोचिंग, न महंगी किताबें, दिन में खेत… रात में टूटे फोन से की NEET की तैयारी, अब MBBS कर रहा किसान का बेटा, जानें इनका संघर्ष


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Mohit Patel Success Story: एमपी के खंडवा के रहने वाले मोहित पटेल एक साधारण किसान परिवार से आते हैं. उन्होंने बिना किसी संसाधनों के NEET की तैयारी कर पास किया. अब मोहित MBBS की तैयारी कर रहे हैं. उनकी मेहनत देखकर हर कोई उनकी तारीफ कर रहा है. आइए जान लेते हैं कैसा रहा उनका NEET से लेकर MBBS करने तक का सफर.

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Khandwa Mohit Patel Success Story: यह कहानी मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के एक छोटे से गांव भेरूखेड़ा के रहने वाले मोहित पटेल की है. एक ऐसा नाम जिसने यह साबित कर दिया कि अगर हौसले बुलंद हों तो कोई भी मंजिल दूर नहीं होती है. मोहित एक साधारण किसान परिवार से आते हैं. उनके पिता तुलसीदास पटेल के पास केवल 5 एकड़ जमीन है. इसी जमीन से पूरे परिवार का पालन-पोषण होता है, लेकिन संसाधनों की कमी ने कभी मोहित के सपनों को कमजोर नहीं होने दिया.

मोहित दिन में खेतों में अपने पिता का हाथ बंटाते और रात को टूटे-फूटे एंड्रॉयड फोन पर NEET की तैयारी करते थे. न कोचिंग, न कोई महंगी किताबें, सिर्फ इंटरनेट और खुद की मेहनत ही उनका सहारा था. खेतों में हल चलाने के बाद जब शरीर थक कर चूर हो जाता, तब भी मोहित देर रात तक पढ़ाई करते थे. NEET, यानी National Eligibility Cum Entrance Test, भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है. लाखों विद्यार्थी इस परीक्षा में बैठते हैं, जिनमें से बहुत से छात्र महंगी कोचिंग क्लासेस का सहारा लेते हैं, लेकिन फिर भी सफल नहीं हो पाते हैं. वहीं, मोहित ने बिना किसी कोचिंग के सिर्फ एक एंड्रॉयड फोन के सहारे इस परीक्षा में सफलता पाई. मोहित की इस उपलब्धि से उनका परिवार ही नहीं, पूरा गांव गर्व महसूस कर रहा है. उनके पिता तुलसीदास की आंखों में बेटे की कामयाबी पर आंसू छलक आए. वे कहते हैं कि हमने कभी नहीं सोचा था कि हमारा बेटा डॉक्टर बनेगा. इसने गांव का नाम रोशन कर दिया.

परिवार को गर्व
मोहित को अब उज्जैन के आर.डी. गार्डी मेडिकल कॉलेज में MBBS की पढ़ाई के लिए एडमिशन मिला है. एक किसान परिवार से निकला यह लड़का अब डॉक्टर बनने की राह पर है. उसका सपना है कि वह गांव लौटकर अपने जैसे जरूरतमंद लोगों की सेवा करे. मोहित बताते हैं कि जब मैं खेतों में काम करता था, तब ही सोच लिया था कि एक दिन डॉक्टर बनकर अपने पापा का इलाज करूंगा. गांव में कितने ही लोग इलाज के बिना दम तोड़ देते हैं. मैं ऐसा नहीं होने दूंगा.

उनकी मां के मुताबिक, हमारे पास ज्यादा कुछ नहीं था, लेकिन मोहित ने कभी शिकायत नहीं की. आज उसका सपना पूरा हो रहा है, हमें उस पर गर्व है. मोहित की यह कहानी उन लाखों छात्रों के लिए प्रेरणा है, जो संसाधनों की कमी के कारण अपने सपनों को अधूरा छोड़ देते हैं. उन्होंने यह साबित कर दिया कि मुश्किलें कितनी भी बड़ी क्यों न हों, अगर इरादा मजबूत हो तो रास्ता मिल ही जाता है. आज मोहित सिर्फ अपने माता-पिता के लिए नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए एक प्रेरणा बन चुके हैं. एक ऐसा लड़का, जिसने खेती के बीच से उठकर NEET जैसी परीक्षा पास की और अब डॉक्टर बनने जा रहा है. वो बताता है कि हिम्मत और मेहनत ही असली कोचिंग होती है.

Deepti Sharma

Deepti Sharma, currently working with News18MPCG (Digital), has been creating, curating and publishing impactful stories in Digital Journalism for more than 6 years. Before Joining News18 she has worked with Re…और पढ़ें

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न कोचिंग, न महंगी किताबें, दिन में खेत…रात में टूटे फोन से की NEET की तैयारी



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