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Green Chili Farming: हरी मिर्ची की खेती में मेहनत ज्यादा होने की वजह से किसान इसे करने से बचते हैं, लेकिन जो इस पर मेहनत कर लें, इसका फल भी अच्छा मिलता है. आइए जान लेते हैं मिर्च की खेती से किसानों को कितना लाभ मिल सकता है. (रिपोर्ट:अनुज गोतम)
चटपटा तीखा और तरह-तरह के व्यंजन खाने के शौकीन जानते हैं कि जब तक किसी भी रेसिपी में हरी मिर्च का इस्तेमाल न हो, तब तक कोई भी खाना खाने जैसा नहीं लगता है, यानी की खाने में मजा मिर्ची से ही आता है.

ऐसे ही हरी मिर्च की खेती करने वाले किसानों को भी अच्छा भाव मिलने पर मजा आ जाता है, जो तीखी और तेज होते हुए भी किसान की जिंदगी में मिठास घोल सकती है. 1 एकड़ मिर्च की खेती से 300 क्विंटल तक का उत्पादन मिल जाता है.

हरी मिर्ची की खेती में मेहनत ज्यादा होने की वजह से किसान इसे करने से बचते हैं, लेकिन जो मेहनत से पीछे नहीं हटते हैं, उनको इसका फल भी मिलता है. क्योंकि ऑफ सीजन मिर्ची का भाव 100 किलो तक चला जाता है.

एक एकड़ में अगर कोई किसान मिर्च की खेती करता है तो वह 10 लाख तक का मुनाफा आराम से कमा सकता है. चना गेहूं मसूर की तुलना में मिर्ची कई गुना फायदा देती है.

पिछले 5 साल से मिर्च की खेती कर रहे जगदीश लोधी के मुताबिक, अगर कोई किसान पहले साल मिर्च की खेती करता है, तो उसे एक लाख तक का खर्च आ सकता है. क्योंकि उसे ड्रिप और मल्चिंग खरीदनी पड़ेगी.

अब सबसे पहले खेत की गहरी जुताई करें, फिर उसको समतल बनाने के लिए पाटा करवाएं, जब आपका खेत अच्छा हो जाए तो उसके बेड बनाएं. वहीं, मिर्च की खेती करने के लिए या तो नर्सरी लगानी पड़ेगी या फिर पौधे खरीदने पड़ेंगे. अगर आप नर्सरी लगाते हैं तो बीज उन्नत किस्म का बाजार से खरीदना पड़ेगा.

फिर खेत में पौधे ट्रांसप्लांट करके लगा दें और ड्रिप से सिंचाई करते रहें. 60 से 70 दिन में इसमें फल आना शुरू हो जाते हैं. यह करीब 7 महीने की फसल होती है और अगर अनुमानित भाव किसान को 50 रुपए किलो भी मिल जाए तो 12 लाख की फसल निकल आती है.

अगले साल खेती करने पर ड्रिप का खर्च बच जाएगा. उसमें मिर्च की जगह टमाटर बैंगन जैसी दूसरी फसल भी उगा सकते हैं. उन्नत किस्म की मिर्च वैरायटी में 7410, अक्षरा अर्का मेघना, अर्का सुफल, काशी अनमोल, पूसा ज्वाला, अर्का श्वेता, काशी शामिल हैं.