अनुज गौतम / सागर: सागर के बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में आखिरकार 16 सालों का लंबा इंतजार खत्म हो गया है. अब यहां मरीजों को सीटी स्कैन और एमआरआई जांच की सुविधा मिलने लगी है. पहले मरीजों को ये जांचें करवाने के लिए भोपाल, इंदौर या जबलपुर जैसे बड़े शहरों के चक्कर लगाने पड़ते थे, लेकिन अब यह सुविधा सागर में ही उपलब्ध है वो भी बेहद सस्ती दरों पर.
6.99 करोड़ की अत्याधुनिक CT स्कैन मशीन
कॉलेज में जो 160 स्लाइस की CT मशीन लगाई गई है, वैसी मशीन पूरे संभाग में न किसी सरकारी और न ही किसी प्राइवेट संस्थान में है. यह मशीन इतनी आधुनिक है कि मस्तिष्क की जांच सिर्फ 5 से 7 सेकंड में, और पूरी बॉडी की जांच सिर्फ 1 मिनट में कर सकती है.
इस मशीन से करीब 35 तरह की जांचें की जा सकती हैं. बाहर से आने वाले मरीजों के लिए जांच दरें भी बेहद किफायती रखी गई हैं न्यूनतम शुल्क ₹500,और अधिकतम ₹4000 तक. जबकि प्राइवेट हॉस्पिटल में यही जांच ₹15,000 से ₹20,000 तक में होती है.
13 करोड़ की MRI मशीन, टेस्ला 1.5 टेक्नोलॉजी से लैस
साथ ही कॉलेज में 13 करोड़ की एमआरआई मशीन भी लगाई गई है, जो टेस्ला 1.5 की अत्याधुनिक तकनीक पर आधारित है. यह मशीन 55 अलग-अलग तरह की जांचें करने में सक्षम है. इससे अब मरीजों को एमआरआई जांच के लिए बड़े शहरों की ओर नहीं जाना पड़ेगा. यहां जांच शुल्क ₹1000 से ₹4000 तक रखा गया है, जो प्राइवेट दरों से बहुत कम है.
कुल 20 करोड़ की लागत से तैयार हुई सुविधा
सीटी स्कैन और एमआरआई दोनों मशीनें मिलाकर करीब 20 करोड़ रुपये की लागत से ये हाईटेक जांच सुविधा शुरू की गई है. रविवार को कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और नगर विधायक शैलेंद्र जैन ने इनका लोकार्पण किया. सोमवार से ये सुविधाएं जनता के लिए खुल गईं.
क्या बोले मंत्री और जनप्रतिनिधि
मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि अब छोटी-छोटी बीमारियों की जांच के लिए हमें बड़े शहरों में नहीं जाना पड़ेगा. बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज अब आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित हो रहा है.
विधायक शैलेंद्र जैन ने कहा कि जल्द ही कॉलेज में कैथ लैब की स्थापना भी की जाएगी. यह बुंदेलखंड में मेडिकल सुविधाओं के नए अध्याय की शुरुआत है. कॉलेज के डीन डॉ. पी.एस. ठाकुर ने बताया कि यहां जल्द ही कैंसर यूनिट भी शुरू की जाएगी, जिससे यह स्थान “जीवनदायिनी केंद्र” बन जाएगा.
अब हर मरीज को सस्ती और सुलभ जांच
आयुष्मान कार्ड वाले भर्ती मरीजों को जांच फ्री में,और अन्य मरीजों को जांच बहुत कम दर पर मिलेगी.सरकार का दावा है कि इससे आम जनता को राहत मिलेगी और इलाज में तेजी आएगी.