विधायक के नाम BJP नगर अध्यक्ष को ज्ञापन सौंपते अतिथि शिक्षक।
शाजापुर में मंगलवार दोपहर 12 बजे करीब अतिथि शिक्षकों ने दो माह से वेतन न मिलने के विरोध में प्रदर्शन किया। शिक्षकों ने स्थानीय बस स्टैंड पर एकत्रित होकर ट्रैफिक पॉइंट शहरी हाईवे के बीचो-बीच रोड पर धरना दिया और अपनी मांगों को लेकर शाजापुर विधायक के ना
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अतिथि शिक्षक बस स्टैंड पर जमा हुए और नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद वे पैदल ट्रैफिक पॉइंट पर पहुंचे और शहरी हाईवे के बीचो-बीच सड़क पर धरने पर बैठ गए।
सड़क पर बैठीं महिला अतिथि शिक्षक।
शिक्षकों का कहना है कि सरकार ने 1 जुलाई से शिक्षा विभाग में कार्यरत शासकीय व अशासकीय कर्मचारियों के लिए स्कूलों में ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने के आदेश जारी किए थे। अतिथि शिक्षकों के पास एंड्रॉइड मोबाइल न होने के कारण वे ऑनलाइन अटेंडेंस नहीं लगा पाए। इसी वजह से उन्हें जुलाई और अगस्त माह का वेतन नहीं मिला है।
अतिथि शिक्षकों को प्रतिमाह मात्र 10 हजार रुपए वेतन मिलता है, जिससे घर चलाना मुश्किल होता है। उन्होंने बताया कि जहां एक ओर स्थायी शिक्षकों को नियमित वेतन मिल रहा है, वहीं उनका दो माह का भुगतान रोक दिया गया है। अतिथि शिक्षकों ने सरकार से दो माह का ऑफलाइन भुगतान करने की मांग की है।

शहर के मुख्य चौराहे पर प्रदर्शन करते अतिथि शिक्षक।
एंड्रॉइड मोबाइल नहीं, कैसे अटेंडेंस लगाएं
अतिथि शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष आशीष शर्मा ने बताया कि एंड्रॉइड मोबाइल न होने के कारण ऑनलाइन अटेंडेंस नहीं लग पाई, जिसके चलते शिक्षा विभाग ने जुलाई और अगस्त का भुगतान नहीं किया है। उन्होंने शाजापुर विधायक अरुण भीमावद के नाम ज्ञापन सौंपकर सरकार से शीघ्र ही दो माह का वेतन दिलाने की मांग की है।