छिंदवाड़ा जिले में ‘कोल्ड्रिफ’ कफ सिरप पीने से 19 बच्चों की दुखद मौत की बाद आगर में मेडिकल स्टोर्स की जांच की गई है। मंगलवार को जिला प्रशासन की एक संयुक्त टीम ने जिले भर के मेडिकल स्टोर्स पर छापा मारकर प्रतिबंधित और संदिग्ध दवाओं के स्टॉक की जांच की।
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टीम ने सबसे पहले बड़ौद मार्ग स्थित एक मेडिकल एजेंसी का निरीक्षण किया, जहां प्रतिबंधित सिरप और अन्य संदिग्ध दवाइयों की गहन जांच की गई। अधिकारियों को यहां कोई भी अवैध या प्रतिबंधित दवा नहीं मिली। इसके बाद पास के एक अन्य मेडिकल स्टोर की भी छानबीन की गई, जहां सभी दवाएं नियमानुसार पाई गईं।
कोल्ड्रिफ का स्टॉक कंपनी को वापस भेजा
ड्रग इंस्पेक्टर रोशनी ने बताया कि भोपाल से प्राप्त लेजर के अनुसार, जिले की अंशुला एजेंसी (कोटा रोड) के पास कोल्ड्रिफ सिरप का स्टॉक था। हालांकि, कंपनी ने रिकॉल लेटर जारी करने के बाद उस बैच को तुरंत डीटीसी कूरियर के माध्यम से कंपनी को वापस भेज दिया गया था। उन्होंने पुष्टि की कि वर्तमान में एजेंसी के पास उस सिरप का कोई स्टॉक मौजूद नहीं है।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी चलेगा अभियान
एसडीएम मिलिंद ढोके ने बताया कि छिंदवाड़ा घटना के बाद राज्य शासन ने जांच के सख्त निर्देश जारी किए हैं। इसी क्रम में जिले के मेडिकल स्टोर्स की जांच की जा रही है, ताकि किसी भी प्रकार की प्रतिबंधित दवा का विक्रय न हो पाए। शहर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी यह जांच अभियान लगातार चलाया जाएगा।
जांच दल ने साफ तौर पर कहा कि जिले में दवा विक्रेताओं पर सख्त निगरानी रखी जा रही है, जिससे भविष्य में आगर मालवा में छिंदवाड़ा जैसी कोई भी अप्रिय घटना न हो सके।
जांच टीम में एसडीएम मिलिंद ढोके, तहसीलदार विजय सेनानी, सीएमएचओ डॉ. दिनेश दहलवार और ड्रग इंस्पेक्टर रौशनी सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी शामिल थे।