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Prithvi Shaw Century: पृथ्वी शॉ में अब भी पहले जैसी आग बाकी है. ऐसा उन्होंने अपनी पुरानी घरेलू टीम के खिलाफ शतक जड़कर दिखा दिया है. जिस मुंबई की टीम ने उन्हें अपने स्क्वाड में जगह तक नहीं थी. आज उसी के खिलाफ रणजी ट्रॉफी से पहले उन्होंने महाराष्ट्र की तरफ से प्रैक्टिस मैच में खेलते हुए शतक ठोक दिया.
नई दिल्ली. लंबे वक्त से टीम इंडिया से बाहर चल रहे सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ का जादू एक बार फिर देखने को मिला है. रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट से पहले मुंबई और महाराष्ट्र के बीच खेले गए प्रैक्टिस मैच में पृथ्वी ने धमाकेदार शतक जड़ा. खासबात यह है कि पृथ्वी पहले मुंबई की की टीम का ही हिस्सा थे. लंबे वक्त तक मुंबई का साथ निभाने के बाद अब वो महाराष्ट्र की टीम से जुड़ गए हैं. मुंबई के स्क्वाड में अब उन्हें जगह नहीं दी जाती थी. यही वजह है कि उन्होंने घरेलू क्रिकेट में महाराष्ट्र की तरफ से खेलने का निर्णय लिया. पृथ्वी ने अपनी पुरानी टीम को बता दिया कि उनमें अभी भी पहले जैसी आग बाकी है.
आईपीएल में नहीं मिला खरीदार
पृथ्वी शॉ भारत के लिए पांच टेस्ट, छह वनडे और एक टी20 अंतरराष्ट्रीय खेल चुके हैं. टेस्ट में उनके नाम दो शतक और एक दोहरा शतक भी शामिल है. साल 2018 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पहली सीरीज में ही वो प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट भी बने थे. हालांकि वो अपनी निरंतरर्ता बरकरार नहीं रख सके. यही वजह है कि उन्हें आईपीएल से भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया.
मुंबई छोड़कर जाना पड़ा
रणजी ट्रॉफी के पिछले सीजन के बाद वह अपनी घरेलू टीम मुंबई छोड़कर महाराष्ट्र की टीम में शामिल हो गए थे. उनके अलावा मध्य प्रदेश और केरल के पूर्व स्पिन गेंदबाजी ऑलराउंडर जलज सक्सेना भी महाराष्ट्र का हिस्सा बने थे. मुंबई की कप्तानी भारतीय ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर द्वारा किए जाने की उम्मीद है. अजिंक्य रहाणे के लाल गेंद वाले क्रिकेट से हटने के बाद उनके इस घरेलू टीम के पूर्णकालिक कप्तान बनने की उम्मीद है. हालांकि मुंबई की टीम भारतीय स्टार खिलाड़ी श्रेयस अय्यर के बिना मैदान पर उतरेगी जिन्होंने पीठ की समस्या के कारण लाल गेंद से क्रिकेट से ब्रेक लिया है.
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और…और पढ़ें
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और… और पढ़ें