उज्जैन सिंहस्थ 2028 हैकाथॉन के लिए 11 राज्यों का रजिस्ट्रेशन: स्मार्ट मोबिलिटी, सिक्योरिटी, इमरजेंसी मैनेजमेंट, हेल्थ और सफाई पर सरकार का फोकस – Bhopal News

उज्जैन सिंहस्थ 2028 हैकाथॉन के लिए 11 राज्यों का रजिस्ट्रेशन:  स्मार्ट मोबिलिटी, सिक्योरिटी, इमरजेंसी मैनेजमेंट, हेल्थ और सफाई पर सरकार का फोकस – Bhopal News



उज्जैन सिंहस्थ 2028 के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा पर फोकस कर रही सरकार नवाचार के मामले में कोई कसर बाकी नहीं रखना चाह रही है। इसी के चलते सिंहस्थ में स्मार्ट मोबिलिटी और एक्सेस मैनेजमेंट, सिक्योरिटी, निगरानी और आपातकालीन मैनेजमेंट, स्वास्थ्य और स्वच

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इसको लेकर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा उज्जैन महाकुंभ हैकाथॉन-2025 का ग्रैंड फिनाले का आयोजन 8 और 9 अक्टूबर को भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (आईआईएसईआर) भोपाल में किया जाएगा। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय दुबे के अनुसार उज्जैन महाकुंभ हैकाथॉन केवल एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि वास्तविक चुनौतियों का समाधान खोजने के लिए देश के प्रतिभाशाली नवप्रवर्तकों को एकजुट करने का एक मिशन है।

सिंहस्थ 2028 में लाखों तीर्थयात्रियों की उपस्थिति की संभावना के दृष्टिगत हमारा लक्ष्य प्रौद्योगिकी के माध्यम से उनकी सुरक्षा, दक्षता और समृद्ध अनुभव सुनिश्चित करना है। यह हैकाथॉन नवाचार के साथ परंपरा को सशक्त बनाने और वैश्विक स्तर पर जरूरी मानी जाने वाली दिक्कतों के समाधान का एक मौका है। सिंहस्थ ऐसा प्रमुख आयोजन है, जो लाखों श्रद्धालुओं, साधु-संतों और पर्यटकों को आकर्षित करता है।

इस आयोजन की जटिल रसद, अवसंरचना और सांस्कृतिक चुनौतियों के समाधान के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने उज्जैन महाकुंभ हैकाथॉन-2025 की शुरुआत की है। इस पहल का उद्देश्य डेवलपर्स, शोधकर्ताओं, उद्यमियों और छात्रों की प्रतिभा को एकजुट कर प्रौद्योगिकी आधारित समाधान विकसित करना है जो तीर्थयात्रियों की सुरक्षा, सुविधा और समृद्ध अनुभव सुनिश्चित करे।

जून 2025 में की थी शुरुआत

जून 2025 में शुरू हुए इस हैकाथॉन में मध्यप्रदेश, कर्नाटक, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, गुजरात, बिहार, ओडिशा, तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल और आंध्रप्रदेश जैसे राज्यों से कुल 1,726 रजिस्ट्रेशन मिले। इसमें उद्योग जगत से 92, स्टार्टअप्स से 303 और शिक्षा क्षेत्र से 1,300 से अधिक एंट्री शामिल हैं। मूल्यांकन के बाद 932 में से 240 प्रोटोटाइप विकसित किए गए और 36 उत्कृष्ट टीम ग्रैंड फिनाले के लिए चुनी गईं।

आईआईएसईआर में कल से दो दिन तक आएंगे दावे

आईआईएसईआर भोपाल में आयोजित होने वाले दो दिवसीय ग्रैंड फिनाले में 36 टीम अकादमिक, सरकारी और उद्योग विशेषज्ञों की प्रतिष्ठित जूरी के समक्ष अपने कार्यशील प्रोटोटाइप प्रस्तुत करेंगी। ये समाधान चार प्रमुख क्षेत्रों पर केंद्रित हैं।

जिसमें स्मार्ट मोबिलिटी और एक्सेस मैनेजमेंट, सुरक्षा, निगरानी और आपातकालीन प्रतिक्रिया, स्वास्थ्य और स्वच्छता प्रबंधन और डिजिटल अनुभव और सांस्कृतिक विसर्जन शामिल हैं। आयोजन के समापन पर शीर्ष तीन विजेता टीमों को क्रमशः ₹8 लाख, ₹5 लाख और ₹3 लाख के नकद पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।



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