जीतू पटवारी उज्जैन के बागला ग्राम पहुंचकर किसान के परिवार से मिले।
उज्जैन में किसान की आत्महत्या के बाद मंगलवार को पीसीसी चीफ जीतू पटवारी किसान के घर ग्राम बागला पहुंचे। यहां उन्होंने किसान के बेटे और परिवार को सांत्वना देकर दुख जताया। पटवारी ने कहा कि प्रदेश में किसान यातना भोग रहा है। सरकार किसान को प्रति बीघा 20
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महिदपुर तहसील के ग्राम बागला में शनिवार को रामसिंह भामी (55 वर्षीय) किसान के यहां सोयाबीन की फसल निकाली जा रही थी। पहले तो थ्रेशर मशीन खेत में फंसने से परेशान हुए फिर जैसे ही फसल निकलने लगी तो कम उत्पादन देख चिंता में डूबकर फसल निकलती छोड़ घर आ गए। कम पैदावार होने व कर्ज चुकाने की चिंता में घर में रखी सल्फास दवा खा ली।
किसान के बेटे को सांत्वना देते जीतू पटवारी।
किसान के बेटे सुनील ने बताया की पिता ने मौत से पहले बताया था कि कर्ज हो रहा है, सोयाबीन में भी नुकसान हुआ। जिसके चलते ये कदम उठाया है। जिसके बाद किसान रामसिंह की मौत हो गई थी। मृतक किसान के बेटे सुनील ने बताया कि पिता के पास करीब 6 बीघा जमीन है, तीन बीघा में सोयाबीन मात्र 1 क्विंटल 20 किलोग्राम हुई, जबकि औसत 6 से 9 क्विंटल होना थी, ऐसे में परेशान होकर घर आकर दवा खाली थी।
जीतू पटवारी के साथ विधायक महेश परमार,दिनेश जैन बोस सहित कई कांग्रेसी नेता किसान के घर पहुंचे थे। यहां किसान के बेटे की पीड़ा सुनकर पटवारी ने प्रदेश सरकार से किसानों के लिए विशेष पैकेज की मांग कि। इस दौरान पटवारी खराब फसलों को देखने के लिए कई किसानों के खेत तक गए। उन्होंने किसानों से बात कर उनकी पीड़ा सुनी।