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Krishna Kamal Flower: वास्तु शास्त्र के अनुसार, कृष्ण कमल को घर के दक्षिण दरवाजे पर लगाया जाए तो इसे शुभ माना जाता है. हालांकि, इसे राखी बेल भी कहते हैं, जानें और
Krishna Kamal: अगर आप घर में फूलदार पौधे लगाने के शौकीन हैं तो हो सके तो इस पौधे को घर में जरूर लगाएं. माना जाता है कि ये पौधा घर की नकारात्मक ऊर्जा को खत्म कर देता है. इस पौधे का भगवान श्रीकृष्ण से सीधा संबंध है. वास्तुशास्त्र के अनुसार, अगर इसे घर के दक्षिण दरवाजे पर लगाया जाए तो इसे शुभ माना जाता है. यही नहीं, खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस पौधे की तारीफ की है. हम बात कर रहे हैं भगवान श्रीकृष्ण को प्रिय कृष्ण कमल की. यह पौधा औषधीय गुणों से भरपूर हैं. अंग्रेजी में इसे पैशन फ्लावर के नाम से जाना जाता है.
खिला-खिला बैंगनी रंग का चमकता फूल, जो अपनी भीनी-भीनी खूशबू से न केवल घर के माहौल को सकारात्मक बना देता है, बल्कि इसकी खूबसूरती मन मोह लेती है.
पीएम नरेंद्र मोदी भी कर चुके जिक्र
बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 120वें एपिसोड में कृष्ण कमल का जिक्र कर चुके हैं. उन्होंने कहा था, “मैं आपको शानदार फूल के बारे में बताना चाहता हूं और इसका नाम है ‘कृष्ण कमल’.
भगवान श्री कृष्ण को प्रिय
कृष्ण कमल, जिसका हिंदू धर्म में भी खासा महत्व है. कृष्ण कमल भगवान कृष्ण को अति प्रिय है और इसका उल्लेख महाभारत में भी मिलता है. मान्यता है कि यह फूल श्री कृष्ण के साथ ही ब्रह्मा, विष्णु और महेश को भी अति प्रिय है.
ऐसे लगाएं गमले में पौधा
आप अपने घर के दक्षिण दिशा के द्वार पर गमले में इस राखी बेल को आसानी से लगा सकते हैं. इसे आप किसी भी नर्सरी या ऑनलाइन मंगवा सकते हैं. गमले में 50% मिट्टी होनी चाहिए, वहीं 40% कंपोस्ट और 10% कोकोपीट मिला देना चाहिए. इसके बाद छोटे गमले में भी आप राखी की बेल लगा सकते हैं.
राखी पौधा भी कहते हैं
छतरपुर की सरकारी नर्सरी के देखरेख करने वाले कर्मचारी राजाराम कुशवाहा बताते हैं कि कृष्ण कमल का पौधा जो एक बेलदार पौधा होता है. इसका फूल राखी की तरह खिलता है, इसलिए इसे राखी बेल (Rakhi Bel) भी कहते हैं. इस पौधे की 3 कलर वैरायटी आती है. बैंगनी, लाल और नीला तीन अलग-अलग कलर में ये पौधा देखने को मिलता है.
एक दशक से अधिक समय से पत्रकारिता में सक्रिय. प्रिंट मीडिया से शुरुआत. साल 2023 से न्यूज 18 हिंदी के साथ डिजिटल सफर की शुरुआत. न्यूज 18 के पहले दैनिक जागरण, अमर उजाला में रिपोर्टिंग और डेस्क पर कार्य का अनुभव. म…और पढ़ें
एक दशक से अधिक समय से पत्रकारिता में सक्रिय. प्रिंट मीडिया से शुरुआत. साल 2023 से न्यूज 18 हिंदी के साथ डिजिटल सफर की शुरुआत. न्यूज 18 के पहले दैनिक जागरण, अमर उजाला में रिपोर्टिंग और डेस्क पर कार्य का अनुभव. म… और पढ़ें