युवक ने भीड़भाड़ वाले इलाके में की हवाई फायरिंग: विसर्जन जुलूस के दौरान सोशल मीडिया पर डाला वीडियो; भोपाल में हो चुकी बच्ची की मौत – Sehore News

युवक ने भीड़भाड़ वाले इलाके में की हवाई फायरिंग:  विसर्जन जुलूस के दौरान सोशल मीडिया पर डाला वीडियो; भोपाल में हो चुकी बच्ची की मौत – Sehore News


सीहोर के बुधनी क्षेत्र के ग्राम दिग्वाड में एक युवक ने भीड़भाड़ वाले इलाके में खुलेआम हवाई फायरिंग की। युवक का नाम राहुल है, जिसने यह वीडियो खुद के सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया। यह घटना गणेश विसर्जन जुलूस के दौरान की बताई जा रही है, जिसका वीडियो म

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पुलिस वीडियो की जांच कर आरोपी की तलाश कर रही है। बता दें कि, इससे पहले भोपाल के कोलार इलाके में हवाई फायर में एक 10 साल की बच्ची की मौत हो चुकी है।

फायरिंग कर लोगों की जान जोखिम में डाली

जानकारी के अनुसार, सार्वजनिक स्थानों पर हथियारों का प्रदर्शन और हवाई फायरिंग करना कानूनन अपराध है, खासकर जब यह भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में किया जाए। बावजूद इसके बुधनी थाना क्षेत्र के ग्राम दिग्वाड में युवक ने सरेआम फायरिंग की।

उसने न सिर्फ लोगों की जान जोखिम में डाली, बल्कि इसका वीडियो बनाकर खुद ही सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। स्थानीय लोगों ने बताया कि वीडियो वायरल होने के बाद भी अब तक पुलिस द्वारा इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।

SDOP बोले- मामले की जांच कर रहे

इस पूरे मामले को लेकर एसडीओपी रवि शर्मा ने बताया कि घटना जानकारी एकत्र की जा रही है। जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

भोपाल में हो चुकी बच्ची की मौत

भोपाल के कोलार रोड थाना क्षेत्र में खेलते समय 10 साल की बच्ची रिया रजक की मौत हो गई थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि रिया की मौत फायर आर्म्स (गोली) लगने से हुई थी। पुलिस की जांच में पता चला कि दशहरे के दिन किसी ने लाइसेंसी राइफल से हवाई फायर किया था, जिसकी एक गोली उड़ते हुए रिया को जा लगी।

शुरुआत में डॉक्टरों को गोली लगने के कोई स्पष्ट साक्ष्य नहीं मिले थे, इसलिए मर्ग कायम कर जांच शुरू की गई। अगले दिन गांधी मेडिकल कॉलेज में पोस्टमॉर्टम के दौरान डॉक्टरों ने स्पष्ट किया कि रिया की मौत फायर आर्म इंजरी से हुई है और उसके शरीर से .315 बोर का बुलेट बरामद किया गया।

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और परिजनों के बयान के आधार पर पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ बीएनएसएस की धारा 105 (उपेक्षापूर्ण तरीके से जानलेवा कार्य करना) के तहत केस दर्ज किया।

अब ग्राफिक्स से समझें यह कितना खतरनाक

भारत ही नहीं, दुनिया भर में जश्न मनाने का यह तरीका लोगों की जान ले रहा है। हथियार के लिए लाइसेंस इसलिए दिया जाता है, ताकि व्यक्ति उससे खुद की सुरक्षा कर सके, लेकिन बहुत से लोग इसे नुमाइश का जरिया बना देते हैं। अगर लाइसेंसी हथियार नहीं मिलता तो खुशी जताने के लिए अवैध हथियारों से ही गोलियां चलाने लगते हैं। लेकिन, इसका अंजाम जानलेवा हो सकता है।



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