श्योपुर में जिले में महर्षि वाल्मीकि जयंती मनाई गई। इस अवसर पर वाल्मीकि समाज ने नगर में एक चल समारोह निकाला, जिसका जगह-जगह स्वागत किया गया। समाज जनों, जनप्रतिनिधियों और विभिन्न सामाजिक संस्थाओं ने पुष्प वर्षा कर शोभायात्रा का अभिनंदन किया।
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कार्यक्रम का शुभारंभ नगर के वार्ड क्रमांक 2 स्थित हनुमान मंदिर से हुआ। इस दौरान समाज के वरिष्ठजनों ने महर्षि वाल्मीकि के जीवन और शिक्षाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि महर्षि वाल्मीकि ब्रह्मा के वंशज और ‘रामायण’ के रचयिता थे।
वक्ताओं ने शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि समाज की प्रगति शिक्षा से ही संभव है। सभी को शिक्षित होकर अपने बच्चों को भी शिक्षा के लिए प्रेरित करना चाहिए।
जयंती समारोह में स्कूली बच्चों और युवाओं ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। शाम को मंदिर परिसर में भजन संध्या और रात्रि जागरण का आयोजन किया गया।
चल समारोह में कई आकर्षक झांकियां शामिल थीं, जिनमें लव-कुश की झांकी विशेष आकर्षण का केंद्र रही। इस झांकी में दो बालक घोड़े की लगाम थामे चल रहे थे, जिन्हें देखने के लिए सड़कों पर भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
चल समारोह के दौरान विधायक बाबू जंडेल, पूर्व विधायक दुर्गालाल विजय, बृजराज सिंह चौहान, महावीर सिंह सिसौदिया, भाजपा जिलाध्यक्ष शशांक भूषण, कांग्रेस जिलाध्यक्ष मांगीलाल फौजी, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेंद्र जाट और नपाध्यक्ष प्रतिनिधि सुजीत गर्ग सहित कई जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
