बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने राष्ट्रपति को एक ज्ञापन सौंपा है। इसमें पार्टी ने अनिल मिश्रा के खिलाफ डॉ. भीमराव अंबेडकर के संबंध में अमर्यादित और भड़काऊ टिप्पणी करने के आरोप में एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है।
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ज्ञापन में कहा गया है कि अनिल मिश्रा ने “आचरण ग्वालियर पर लाइव” के माध्यम से डॉ. अंबेडकर के विरुद्ध अत्यंत निंदनीय और अमर्यादित वक्तव्य दिए हैं। यह वीडियो कुलदीप धनवई की आईडी से सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। मिश्रा ने डॉ. अंबेडकर को “गंदा व्यक्ति, अग्रजों का गुलाम” बताया और कहा कि उन्हें संविधान निर्माता न कहा जाए।
बसपा के अनुसार, इन टिप्पणियों से देश और दुनिया भर के अंबेडकरवादी तथा संविधान प्रेमी लोगों की आस्था को ठेस पहुंची है। ज्ञापन में डॉ. अंबेडकर को भारतीय संविधान का निर्माता, भारत रत्न, स्वतंत्र भारत का प्रथम कानून मंत्री और सच्चे राष्ट्रभक्त के रूप में वर्णित किया गया है। उन्हें करोड़ों दलितों, पिछड़ों, गरीबों, महिलाओं और वंचित समाज के लिए मसीहा बताया गया है।
पार्टी ने आशंका जताई है कि अनिल मिश्रा जैसे जातिवादी लोगों के माध्यम से विदेशी शक्तियां भारत में सांप्रदायिकता भड़काकर देश को तोड़ना चाहती हैं। बसपा ने मांग की है कि अनिल मिश्रा के खिलाफ आस्था को ठेस पहुंचाने और राष्ट्रद्रोह के तहत एफआईआर दर्ज कर दंडात्मक कार्रवाई की जाए।
