नई दिल्ली. मर्सिडीज-बेंज इंडिया ने कंपनी के इतिहास में अपनी सबसे अधिक मासिक बिक्री हासिल की है, जो सरकार के जीएसटी 2.0 सुधारों के बाद ग्राहकों की मजबूत प्रतिक्रिया से प्रेरित है. सितंबर 2025 की बिक्री में सितंबर 2024 की तुलना में 36% की वृद्धि हुई, जो लक्जरी कार निर्माता के लिए एक रिकॉर्ड महीना साबित हुआ.
शीर्ष और मुख्य लक्जरी सेगमेंट ने बढ़त बनाई मर्सिडीज-बेंज इंडिया ने अपने प्रमुख एसयूवी जैसे जीएलएस, एएमजी जी63, जीएलई, जीएलसी और ईक्यूएस एसयूवी के लिए रिकॉर्ड मासिक बिक्री दर्ज की, जो टॉप-एंड लक्जरी सेगमेंट के मजबूत प्रदर्शन को दर्शाता है, जिसमें 25% की पैठ और साल-दर-साल 12% की वृद्धि हुई. विशेष रूप से, बेचे गए 75% टॉप-एंड वाहन ‘मैनुफैक्चर’ मॉडल थे, जो व्यक्तिगत विकल्प और विशेष नियुक्तियों की पेशकश करते हैं.
मुख्य लक्जरी सेगमेंट ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया, जिसमें लॉन्ग व्हीलबेस ई-क्लास, जीएलसी और जीएलई एसयूवी ने अपनी अब तक की सबसे अच्छी मासिक बिक्री हासिल की. एलडब्ल्यूबी ई-क्लास भारत की सबसे अधिक बिकने वाली लक्जरी सेडान बनी रही, जिसने वित्तीय वर्ष 25-26 की दूसरी तिमाही में साल-दर-साल 47% की वृद्धि दर्ज की.
त्योहारी भावना और जीएसटी 2.0 ने ग्राहक भावना को बढ़ावा दिया “सितंबर में जबरदस्त प्रतिक्रिया जीएसटी 2.0 सुधारों के बाद पेंट-अप मांग को दर्शाती है, साथ ही हमारे ‘ड्रीम डेज’ अभियान के तहत आकर्षक ऑफर भी,” मर्सिडीज-बेंज इंडिया के प्रबंध निदेशक और सीईओ संतोष अय्यर ने कहा. “जीएसटी दरों में कमी, मैक्रोइकोनॉमिक दबावों के कारण बढ़ती कार कीमतों के बीच, ने ग्राहक भावना पर सकारात्मक प्रभाव डाला है. हमें उम्मीद है कि यह त्योहारी खरीदारी की गति धनतेरस और दिवाली तक जारी रहेगी.”
प्रवेश लक्जरी सेगमेंट जबकि ए-क्लास सेडान और जीएलए एसयूवी की विशेषता वाला प्रवेश लक्जरी सेगमेंट अपने मूल्य प्रस्ताव और युवा खरीदारों के लिए अपील बनाए रखता है, इसे बाजार प्रोत्साहनों के साथ कम कीमत वाले ऑफर से प्रतिस्पर्धा के कारण वित्तीय वर्ष 25-26 की दूसरी तिमाही में गिरावट का सामना करना पड़ा.
मर्सिडीज-बेंज इंडिया की रिकॉर्ड-ब्रेकिंग सितंबर बिक्री लक्जरी बाजार में ब्रांड की मजबूत स्थिति को रेखांकित करती है, जो सभी सेगमेंट में मजबूत मांग को दर्शाती है और त्योहारी सीजन के शेष हिस्से के लिए निरंतर आशावाद को दर्शाती है.