Bowling in Cricket: विश्व क्रिकेट में एक से बढ़कर एक गेंदबाज आए और बल्लेबाजों को मुश्किलों में डाला. माइकल होल्डिंग, जोएल गार्नर, डेनिस लिली, कपिल देव से लेकर डेल स्टेन और जेम्स एंडरसन तक ने तबाही मचाई. गेंदबाजी में रिवर्स स्विंग क्रिकेट की सबसे शानदार कला है. यह बल्लेबाजों को दहशत में लाने का काम करता है. बड़े-बड़े स्टार बैटर इस गेंद के सामने ढेर हो जाते हैं. रिवर्स स्विंग में गेंद अचानक देर से और तेजी से सामान्य से विपरीत दिशा में मुड़ जाती है. इस कला को पाकिस्तान के दिग्गजों ने लोकप्रिय बनाया, लेकिन दुनिया के कई खिलाड़ियों ने इस पर महारत हासिल की.
हम दुनिया के 5 ऐसे खूंखार गेंदबाजों के बारे में बता रहे हैं, जिन्होंने रिवर्स स्विंग से दहशत मचाया…
वसीम अकरम (पाकिस्तान)
रिवर्स स्विंग पर वसीम अकरम जैसी महारथ किसी की नहीं हुई. वह सिर्फ रिवर्स स्विंगर ही नहीं थे, बल्कि छिपे हुए रिवर्स स्विंग के भी उस्ताद थे. बाएं हाथ के गेंदबाज होने के नाते वह गेंद को दोनों तरफ घुमा सकते थे. रिवर्स बॉलिंग से डेथ ओवरों में उनकी गेंदबाजी खतरनाक हो जाती थी. अक्सर बल्लेबाज केले के आकार की स्विंगिंग यॉर्कर से क्लीन बोल्ड होते थे. उन्होंने 104 टेस्ट में 414 और 356 वनडे मैचों में 502 विकेट लिए.
वकार यूनुस (पाकिस्तान)
वकार की शैली में आक्रामकता और सटीकता का मिश्रण था. उनके पास रिवर्स स्विंग कराने की जबरदस्त क्षमता थी. तेज गति और धीमी गति से गेंद फेंकने की क्षमताभी थी. उनकी पहचान 150 किमी/घंटा की रफ्तार से फेंकी जाने वाली रिवर्स इनस्विंग यॉर्कर थी, जो स्टंप के निचले हिस्से और बल्लेबाज के पैरों को निशाना बनाती थी. 40 ओवर पुरानी गेंद पर वकार का आक्रमण किसी भी बल्लेबाज को डराने के लिए काफी था. वकार ने 87 टेस्ट मैचों में 373 और 262 वनडे मैचों में 416 विकेट लिए.
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डेल स्टेन (साउथ अफ्रीका)
साउथ अफ्रीका के डेल स्टेन उन गिने चुने गैर-एशियाई गेंदबाजों में से एक हैं जिन्होंने लगातार रिवर्स स्विंग हासिल की. यहां तक कि उन पिचों पर भी जो इसके लिए ज्यादा अनुकूल नहीं थीं. सीम पर उनका नियंत्रण असाधारण था. अक्सर तेज गति और देर से आने वाली स्विंग के खौफ से बल्लेबाज विकेट गंवा देते हैं. स्टेन उन्हें इस तरह पवेलियन भेजने में माहिर थे. उन्होंने 93 टेस्ट मैचों में 439 विकेट झटके. इसके अलावा 125 वनडे में 196 और 47 टी20 मैचों में 64 विकेट लिए.
जहीर खान (भारत)
जहीर खान ने भारत के तेज गेंदबाजी आक्रमण को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और यह साबित किया कि सपाट, अक्सर धीमी, भारतीय पिचों पर भी अच्छी रिवर्स स्विंग हासिल की जा सकती है. जहीर का पुरानी गेंद पर नियंत्रण बेहद शानदार था. 2011 वर्ल्ड कप में उनकी सफलता मुख्य रूप से बीच के ओवरों में रिवर्स स्विंग गेंद पर निर्भर थी. भारत के लिए जहीर ने 92 टेस्ट मैचों में 311 और 200 वनडे मुकाबलों में 282 विकेट लिए. 17 टी20 मैचों में उनके नाम 17 विकेट हैं.
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मोहम्मद शमी (भारत)
मौजूदा समय में भारतीय तेज गेंदबाजों में मोहम्मद शमी रिवर्स स्विंग कराने में ज्यादा सफल हुए हैं. उन्होंने जहीर खान की परंपरा को आगे बढ़ाया है. वह रिवर्स स्विंग में महारत हासिल करने के लिए किए गए अपने प्रयासों को खुलकर स्वीकार करते हैं. शमी नई गेंद से खतरनाक तो हैं ही, साथ में पुरानी गेंद का इस्तेमाल करके अंत में रिवर्स मूवमेंट हासिल करने में माहिर हैं. वह अब तक 64 टेस्ट मैचों में 229 विकेट ले चुके हैं. इसके अलावा शमी के नाम 108 वनडे मुकाबलों में 206 विकेट हैं. उन्होंने 25 टी20 मैचों में 27 विकेट भी हासिल किए हैं.