शिवपुरी जिले के नरवर थाना क्षेत्र में हुए एक हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। जांच में सामने आया कि जिस व्यक्ति ने अपने भाई की हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी और खुद पर गोली लगने का दावा किया था, वही अपने सगे भाई का हत्यारा निकला। आरोपी
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यह घटना 29 सितंबर 2025 को हुई थी। फरियादी वीरेंद्र कोली निवासी ग्राम कांकर ने डायल 112 पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी थी। उसने रिपोर्ट में बताया था कि राजू कोली, ओमप्रकाश कोली, सुंदर कोली, मलखान कोली और मनीष कोली नाम के पांच लोगों ने उसके भाई राजकिशोर कोली की गोली मारकर हत्या कर दी और उसे भी पैर में गोली मारी। नरवर थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई।
जांच के दौरान वीरेंद्र पर ही शक हुआ जांच के दौरान पुलिस को फरियादी वीरेंद्र के आचरण पर संदेह हुआ। तकनीकी साक्ष्यों और गहन विवेचना से पता चला कि वीरेंद्र ने अपने दो साथियों त्रिलोक रावत और राहुल रावत के साथ मिलकर इस हत्या को अंजाम दिया था। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि मृतक राजकिशोर शराब और जुए का आदी था और उसने परिवार की पैतृक संपत्ति बेच दी थी, जिसके कारण दोनों भाइयों के बीच अक्सर विवाद होता था।
इसी रंजिश के चलते वीरेंद्र ने अपने भाई की हत्या की योजना बनाई। उसने राजकिशोर को शराब पिलाई और नशे की हालत में एक सुनसान जगह पर ले जाकर गोली मार दी। शक से बचने और उन पांच लोगों को फंसाने के लिए, जिन्होंने उस पर छेड़छाड़ का मामला दर्ज कराया था, वीरेंद्र ने अपने साथी से खुद के पैर में भी गोली मरवाई।
पुलिस ने इस मामले में आरोपी वीरेंद्र कोली और त्रिलोक रावत को गिरफ्तार कर लिया है। घटना में प्रयुक्त 315 बोर का कट्टा, दो मोटरसाइकिलें और एक मोबाइल फोन जब्त किया गया है। नरवर थाना प्रभारी विनय यादव और चौकी प्रभारी मगरौनी की टीम ने इस सनसनीखेज हत्याकांड का पर्दाफाश किया।