सागर में पहली बार त्रिकालदर्शी पंडोखर सरकार का लगेगा दिव्य दरबार, यहां हजारों में नहीं…फ्री में बनेंगे पर्चे! 

सागर में पहली बार त्रिकालदर्शी पंडोखर सरकार का लगेगा दिव्य दरबार, यहां हजारों में नहीं…फ्री में बनेंगे पर्चे! 


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Pandohkar Sarkar Darbar: सागर के देवरी नगर में 12 अक्टूबर से गुरु शरण महाराज का त्रिकालदर्शी दिव्य दरबार पहली बार लगेगा, जिसमें पंडोखर सरकार की दिव्य शक्तियों का निशुल्क अनुभव मिलेगा.

Sagar News: पंडोखर सरकार के नाम से प्रसिद्ध गुरु शरण महाराज का बुंदेलखंड के सागर में पहली बार त्रिकालदर्शी दिव्य दरबार लगने जा रहा है. इसको लेकर तैयारी शुरू हो गई है. सागर मुख्यालय से करीब 65 किलोमीटर दूर देवरी नगर में 12 अक्टूबर से 3 दिन का दिव्य दरबार लगेगा. खास बात ये कि पंडोखर सरकार के दरबार में अर्जी लगाने पर 500 से लेकर 51000 तक की रसीद कटती है, इसके बावजूद दिव्या दरबार में 15-20 दिन का इंतजार करना पड़ता है.

इस दौरान दरबार में ही रुकना पड़ता है, जो खर्च आता है, वह स्वयं को वहन करना पड़ता है. लेकिन, सागर में यह दरबार पूरी तरह निशुल्क होगा. एक दिन में लगभग 150 लोगों के पर्चे बनाए जाएंगे. तीन दिन तक यह आयोजन होगा, जो दोपहर 1:00 बजे से शुरू होकर शाम 6:00 बजे तक चलेगा. बाबा के दिव्य दरबार में दूर-दूर से लोग पहुंचते हैं.

किसी को भी बुला लेते हैं…
पंडोखर सरकार के दिव्य दरबार में हजारों लोग पहुंचते हैं. लेकिन, उनमें से वह किसी भी महिला, पुरुष, युवा, बच्चे को मंच पर बुलाते हैं और उसकी समस्या को सुनते हैं. वह जो भी समस्या या प्रश्न लेकर गुरुजी के पास पहुंचता है, वह सब बातें पहले ही पर्चे में लिख लेते हैं. यह सब कुछ ऑन कैमरा किया जाता है. साथ ही दिव्या दरबार का लाइव प्रसारण भी होता है. बाबा की दिव्य शक्तियों को देख हर कोई हैरान रह जाता है. फिर दरबार में पहुंचाना चाहता है. महाराज जिसकी भी अर्जी सुनते हैं, उसकी तीन प्रश्न पूछने का मौका मिलता है. वह समस्या का समाधान भी पर्चा पर ही लिख कर देते हैं.

बता दें कि गुरु शरण महाराज दतिया जिले में भांडेर तहसील के पंडोखर गांव से हैं. जहां पर हनुमान जी का प्रसिद्ध मंदिर है. पहले उनके दादाजी सेवा करते थे. उनकी सिद्धि गुरु चरण महाराज को मिल गई. अब यही पंडोखर सरकार के नाम से जाने जाते हैं. साल 1993 से दिव्या दरबार लगाते आ रहे हैं. पहले उनके दरबार में₹10 या 20 रुपए ही लगते थे, लेकिन जब भीड़ बढ़ने लगी तो 2005 से पैसे बढ़ाना भी शुरू कर दिए थे.

Rishi mishra

एक दशक से अधिक समय से पत्रकारिता में सक्रिय. प्रिंट मीडिया से शुरुआत. साल 2023 से न्यूज 18 हिंदी के साथ डिजिटल सफर की शुरुआत. न्यूज 18 के पहले दैनिक जागरण, अमर उजाला में रिपोर्टिंग और डेस्क पर कार्य का अनुभव. म…और पढ़ें

एक दशक से अधिक समय से पत्रकारिता में सक्रिय. प्रिंट मीडिया से शुरुआत. साल 2023 से न्यूज 18 हिंदी के साथ डिजिटल सफर की शुरुआत. न्यूज 18 के पहले दैनिक जागरण, अमर उजाला में रिपोर्टिंग और डेस्क पर कार्य का अनुभव. म… और पढ़ें

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