Chhatarpur: PWD की करोड़ों की बिल्डिंग बिकी! कलेक्टर ने लगाई रोक, क्यों आ रहा धीरेंद्र शास्त्री का नाम? जानें

Chhatarpur: PWD की करोड़ों की बिल्डिंग बिकी! कलेक्टर ने लगाई रोक, क्यों आ रहा धीरेंद्र शास्त्री का नाम? जानें


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Chhatarpur News: छतरपुर में सरकारी भवन का सौदा हो गया. मामला खुलते ही हड़कंप मचा. कलेक्टर ने रोक लगाई और नोटिस चस्पा की गई. मामला तब और चर्चित हुआ, जब पं. धीरेंद्र शास्त्री का नाम चर्चा में आया. जानें पूरा माजरा..

रिपोर्ट: एनएस परमार

Chhatarpur News: छतरपुर जिले में लोक निर्माण विभाग (PWD) की करोड़ों की सरकारी बिल्डिंग गुपचुप तरीके से बिक गई. जब इस घटना का खुलासा हुआ तो हंगामा मचा गया. आनन-फानन में कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने जांच के आदेश जारी कर दिए. नामांतरण की प्रक्रिया पर पूर्ण रोक लगा दी. अधिकारियों को पुराने सरकारी रिकॉर्ड खंगालने का निर्देश दिया. साथ ही बिल्डिंग पर नोटिस भी चस्पा की गई. चौंकाने वाली बात ये कि मामले में बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के करीबी नौगांव निवासी सेवादार धीरेंद्र कुमार गौर का नाम सामने आया है.

साथ ही नरसिंगपुर के दुर्गेश पटेल का भी कथित रजिस्ट्री में दर्ज है. इन दोनों ने ही उपाध्याय परिवार के सदस्यों निशा उपाध्याय पत्नि ब्रजेश उपाध्याय, गोपाल उपाध्याय, विजय उपाध्याय पुत्रगण ब्रजेश उपाध्याय निवासी चित्रकूट एवं राकेश कुमार उपाध्याय पुत्र गणेश दत्त उपाध्याय निवासी छतरपुर से 307 वर्गमीटर की संपत्ति खरीदी. जानकारी के अनुसार, PWD विभाग की यह पुरानी बिल्डिंग बाजार के बीचोबीच है. इसकी कीमत करोड़ों में आंकी जा रही है. आरोप है कि कूटरचित दस्तावेज के आधार पर गुपचुप तरीके से इसकी खरीद-फरोख्त का खेल खेला गया.

मकान पर नोटिस चस्पा
बता दें यह भवन छतरपुर शहर के प्रमुख बाजार में बाला जी मंदिर के सामने कोतवाली के पास स्थित है. उपाध्याय परिवार ने संपत्ति को बेचा, जबकि खरीदारों में धीरेंद्र कुमार गौर प्रमुख हैं, जो बागेश्वर महाराज के खास सेवादार के रूप में जाने जाते हैं.  मामले की भनक लगते ही प्रशासन हरकत में आ गया. कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम अखिल राठौर नगर पालिका कार्यालय पहुंचे और जांच शुरू की. PWD कार्यालय जाकर दस्तावेजों की जानकारी जुटाई, जबकि विभाग की टीम ने सरकारी मकान पर जाकर नोटिस चस्पा कर दिया. अधिकारियों ने पुराने रिकॉर्ड खंगाले. विक्रय की वैधता, कीमत और प्रक्रिया की जांच शामिल है.

हम सख्त कार्रवाई के लिए तैयार
वहीं, एसडीएम अखिल राठौर ने कहा, “कलेक्टर के निर्देश पर जांच चल रही है. सभी दस्तावेजों की पड़ताल की जा रही है. यदि कोई अनियमितता पाई गई तो सख्त कार्रवाई होगी. एसडीएम कार्यालय से पंचायत को भी पत्र जारी किया गया है. फिलहाल, मामले को लेकर छतरपुर में चर्चा जोरों पर है. लोगों का भी यही कहना कि इस भवन की खरीदी में गड़बड़ी की गई है.

Rishi mishra

एक दशक से अधिक समय से पत्रकारिता में सक्रिय. प्रिंट मीडिया से शुरुआत. साल 2023 से न्यूज 18 हिंदी के साथ डिजिटल सफर की शुरुआत. न्यूज 18 के पहले दैनिक जागरण, अमर उजाला में रिपोर्टिंग और डेस्क पर कार्य का अनुभव. म…और पढ़ें

एक दशक से अधिक समय से पत्रकारिता में सक्रिय. प्रिंट मीडिया से शुरुआत. साल 2023 से न्यूज 18 हिंदी के साथ डिजिटल सफर की शुरुआत. न्यूज 18 के पहले दैनिक जागरण, अमर उजाला में रिपोर्टिंग और डेस्क पर कार्य का अनुभव. म… और पढ़ें

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PWD की बिल्डिंग बिकी! कलेक्टर ने लगाई रोक, क्यों आया धीरेंद्र शास्त्री का नाम?



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