आर्थिक तंगी, क्रिकेट के लिए छोड़ी पढाई… भारत का चैंपियन क्रिकेटर, जिसका वर्ल्ड क्रिकेट में गूंज रहा नाम, अचानक पलटी थी किस्मत

आर्थिक तंगी, क्रिकेट के लिए छोड़ी पढाई… भारत का चैंपियन क्रिकेटर, जिसका वर्ल्ड क्रिकेट में गूंज रहा नाम, अचानक पलटी थी किस्मत


आज यानी 11 अक्टूबर के दिन भारत के एक ऐसे क्रिकेटर का जन्म हुआ, जो आज टीम इंडिया की टी20 और वनडे में बैकबोन बना हुआ है. इस क्रिकेटर ने भारत को टी20 वर्ल्ड कप और चैंपियंस ट्रॉफी जैसे बड़े ICC खिताब दिलाने में अहम रोल निभाया है. क्रिकेट का शौक ऐसा कि आर्थिक तंगी के बावजूद जूनून कम नहीं हुआ. क्रिकेट के लिए पढ़ाई तक छोड़ दी. अपने बेटे को सफल क्रिकेटर बनाने के लिए पिता ने अपने व्यवसाय की बलि तक चढ़ा दी. फिर बड़े मौके के इंतजार में इस क्रिकेटर की आज से 10 साल पहले अचानक किस्मत पलटी, जहां से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और नई ऊंचाइयों को छूते चले गए. दरअसल, यह क्रिकेटर और कोई नहीं, बल्कि स्टार भारतीय ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या हैं.

दुनिया के बेहतरीन ऑलराउंडर में शुमार

हार्दिक पांड्या, वर्ल्ड क्रिकेट का वो ऑलराउंडर, जो बॉलिंग करते समय एक पूर्ण गेंदबाज और बल्लेबाजी करते समय एक पूर्ण बल्लेबाज जैसे लगते हैं. इतना ही नहीं अपने फुर्तीले अंदाज से वह फील्डिंग के लिए भी तारीफें बटोरते रहते हैं. इन्हीं कुशलताओं के चलते हार्दिक भारत की टी20 और वनडे टीम की ‘रीढ़ की हड्डी’ बने हुए हैं. सिर्फ भारत की नहीं, बल्कि वह इन दोनों फॉर्मेट में दुनिया के टॉप ऑलराउंडर में शुमार हैं.

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आर्थिक तंगी और पिता का त्याग

हार्दिक पांड्या ने खुद को एक बेहतरीन क्रिकेटर के साथ-साथ एक बड़े ब्रांड के रूप में स्थापित किया है. गुजरात के सूरत के एक साधारण परिवार में 11 अक्टूबर 1993 को जन्मे हार्दिक के लिए एक क्रिकेटर के तौर पर अब तक की यात्रा आसान नहीं रही है. हार्दिक की कहानी संघर्षों से सफलता की प्रेरणादायक यात्रा है. उनका बचपन आर्थिक तंगी में बीता. पिता हिमांशु पांड्या ने सूरत में छोटा सा कार फाइनेंस का कारोबार चलाया था, लेकिन हार्दिक और उनके बड़े भाई क्रुणाल के क्रिकेट के शौक को देखते हुए व्यवसाय बंद कर वडोदरा शिफ्ट हो गए. वहां हार्दिक और बड़े क्रुणाल को किरण मोरे की क्रिकेट अकादमी में दाखिला दिलाया गया.

क्रिकेट का ऐसा जूनून… छोड़ दी पढ़ाई

हार्दिक क्रिकेट को लेकर हद से ज्यादा जुनूनी थे और इसी वजह से नौवीं कक्षा के बाद उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी. बड़ौदा में क्लब क्रिकेट खेलते हुए हार्दिक ने अपने करियर की शुरुआत की. अकेले दम पर क्लब को मैच जिताया. इसके बावजूद उन्हें बड़ा अवसर नहीं मिल रहा था, लेकिन हार्दिक पांड्या ने हार नहीं मानी और अपनी मेहनत में लगे रहे.

…फिर अचानक पलटी किस्मत

2015 में हार्दिक पर आईपीएल की सफल फ्रेंचाइजी में से एक मुंबई इंडियंस की नजर पड़ी. फ्रेंचाइजी ने हार्दिक को 10 लाख में साइन किया. यह उनके जीवन का टर्निंग प्वाइंट था. इसके बाद से हार्दिक ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी से टीम को कई मैच जिताए. मुंबई के साथ 2015 से 2021 तक रहते हुए उन्होंने 2015, 2017, 2019 और 2020 में टीम को खिताब जिताने में बड़ी भूमिका निभाई.

बतौर कप्तान पहले ही सीजन जीती ट्रॉफी

2022 में गुजरात टाइटंस के लिए 11 करोड़ में खरीदे गए और कप्तान बनाए गए. पहले सीजन में ही उन्होंने गुजरात को आईपीएल का चैंपियन बना दिया. 2023 में उनकी कप्तानी में गुजरात फाइनल खेली थी. 2024 में हार्दिक मुंबई इंडियंस में बतौर कप्तान लौटे. अभी भी वे MI के कप्तान हैं. आईपीएल के साथ ही इंटरनेशनल क्रिकेट में भी हार्दिक का दबदबा बढ़ा. 

2016 में भारत के लिए मिला मौका

लीग में उनके प्रदर्शन को देखते हुए 2016 में उन्हें पहली बार भारतीय टीम में मौका दिया गया. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 से हार्दिक ने अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत की. वह तीनों ही फॉर्मेट खेल चुके हैं. टेस्ट क्रिकेट से वह दूरी बनाए हुए हैं, लेकिन वनडे और टी20 में हार्दिक अपनी जगह पक्की कर चुके हैं. इंजरी की वजह से वनडे विश्व कप 2023 के शुरुआती कुछ मुकाबलों से हटने के बाद हार्दिक ने टी20 विश्व कप 2024 और चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भारतीय टीम को चैंपियन बनाने में यादगार भूमिका निभाई. हार्दिक भारतीय टीम की कप्तानी कर चुके हैं. पांड्या ने 16 टी20 मैचों में भारत की कप्तानी की है, जिसमें 10 में टीम विजयी रही है.

इंटरेनशनल करियर

इंटरेनशनल करियर पर नजर डालें तो हार्दिक ने 11 टेस्ट में 1 शतक और 4 अर्धशतक लगाते हुए 532 रन बनाए हैं और 17 विकेट लिए हैं. 94 वनडे की 68 पारियों में 11 अर्धशतक लगाते हुए 1904 रन और 91 विकेट, और 120 टी20 मैचों की 94 पारियों में 5 अर्धशतक सहित 1860 रन और 98 विकेट हार्दिक के नाम दर्ज हैं. वहीं, 152 आईपीएल मैचों में 10 अर्धशतक की मदद से 2749 रन और 78 विकेट उन्होंने लिए हैं.

आज करोड़ों के मालिक

32 साल के हार्दिक के करियर में कई बार उतार-चढ़ाव आए हैं. कभी इंजरी और विवाद की वजह से टीम से बाहर रहे, तो कभी MI की कप्तानी की वजह से भारतीय क्रिकेट फैंस की नजर में विलेन बने. लेकिन जब भी उन पर मुश्किल आई है वह और मजबूत होकर उभरे हैं. भारत के अमीर क्रिकेटरों में शुमार हार्दिक की कुल संपत्ति 91 करोड़ है.



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