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Agriculture Tips: एक्सपर्ट बताते हैं कि जिन किसानों के पास मिट्टी जांच रिपोर्ट नहीं है, वे “स्टैंडर्ड रिकमेंडेशन” के अनुसार खाद डालें. इससे फसल का उत्पादन बढ़िया होगा.
Agri Tips: खरगोन में अक्टूबर के पहले सप्ताह से रबी सीजन की बुवाई शुरू हो चुकी है, जहां किसान चना बोने में जुटे हैं, वहीं तीसरे सप्ताह से गेहूं की बुवाई भी शुरू हो जाएगी. लेकिन, कई बार ऐसा होता है कि मिट्टी जांच रिपोर्ट समय पर नहीं मिलती, जिससे किसान यह तय नहीं कर पाते कि खेत में कितनी मात्रा में खाद डालनी चाहिए. ऐसे किसानों के लिए कृषि वैज्ञानिकों ने एक मानक फार्मूला सुझाया है, जिसे अपनाकर वे सुरक्षित और संतुलित रूप से खाद का उपयोग कर सकते हैं.
डीएपी की पीछे नहीं भागे किसान
डॉ. सिंह के मुताबिक, किसान सिर्फ डीएपी के पीछे न भागें, क्योंकि पौधों को ब्रांड नहीं, पोषक तत्व चाहिए होते है. पौधों को नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश की जरूरत होती है, जो किसी भी उर्वरक से पूरी की जा सकती है. इसलिए किसान उपलब्ध खाद के आधार पर संयोजन बनाकर खेत में डाल सकते हैं. साथ ही किसान अभी से खाद खरीदकर रख लें, ताकि बाद में परेशानी न हो.
1. अगर खेत में सिंगल सुपर फास्फेट (SSP) डाल रहे हैं तो प्रति एकड़ में 105 किलो यूरिया + 150 किलो सिंगल सुपर फास्फेट + 27 किलो पोटाश दें.
2. अगर डीएपी दे रहे हैं तो प्रति एकड़ 52 किलो डीएपी + 84 किलो यूरिया + 27 किलो पोटाश पर्याप्त रहेगा.
3. अगर NPK (12:32:16) उपलब्ध है तो प्रति एकड़ 75 किलो NPK + 85 किलो यूरिया + 60 किलो पोटाश डालें.
4. अगर 14:35:14 खाद ले रहे हैं तो प्रति एकड़ 70 किलो 14:35:14 + 82 किलो यूरिया + 10 किलो पोटाश मिलाकर डालें.
5. अगर 10:26:26 खाद मिल रही है तो प्रति एकड़ 92 किलो 10:26:26 + 85 किलो यूरिया + 9 किलो पोटाश मिलाकर दें.
फसल को होगा बढ़िया उत्पादन
वैज्ञानिकों का कहना है कि मिट्टी जांच रिपोर्ट न होने पर यह संतुलित फार्मूला सुरक्षित तरीका है, जिससे पौधों को आवश्यक पोषक तत्व समय पर मिल जाते हैं और फसल की बढ़वार पर कोई असर नहीं पड़ता. किसान इस फॉर्मूले को अपनाकर बिना जांच रिपोर्ट के भी फसल का अच्छा उत्पादन पा सकते हैं.
एक दशक से अधिक समय से पत्रकारिता में सक्रिय. प्रिंट मीडिया से शुरुआत. साल 2023 से न्यूज 18 हिंदी के साथ डिजिटल सफर की शुरुआत. न्यूज 18 के पहले दैनिक जागरण, अमर उजाला में रिपोर्टिंग और डेस्क पर कार्य का अनुभव. म…और पढ़ें
एक दशक से अधिक समय से पत्रकारिता में सक्रिय. प्रिंट मीडिया से शुरुआत. साल 2023 से न्यूज 18 हिंदी के साथ डिजिटल सफर की शुरुआत. न्यूज 18 के पहले दैनिक जागरण, अमर उजाला में रिपोर्टिंग और डेस्क पर कार्य का अनुभव. म… और पढ़ें