बड़वानी के एक स्कूल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के सपने को साकार करने की दिशा में एक अनूठी पहल की है। यह स्कूल छात्रों को केवल किताबी ज्ञान तक सीमित न रखकर, उन्हें जीवन जीने का हुनर और आत्मनिर्भरता के गुण सिखा रहा है।
.
इसी कड़ी में, दीपावली पर स्कूल के बच्चों ने चाय, रंगोली और घर सजाने के सामान के स्टॉल लगाए। इन स्टॉलों पर बच्चों ने रंगोली बनाने का सामान, छोटी चाय की दुकान और घरों में उपयोग होने वाले सामान बेचे। इस पहल का उद्देश्य बच्चों में सीखने और कुछ करने का जज्बा पैदा करना था।
प्राचार्य ने बताया कि उनका लक्ष्य शिक्षा, संस्कार और आत्मनिर्भरता है। वे चाहते हैं कि उनके स्कूल से निकला हर छात्र न केवल पढ़ा-लिखा हो, बल्कि खुद का रोजगार शुरू करने और दूसरों को नौकरी देने में भी सक्षम हो।

यह स्कूल नई पीढ़ी के लिए एक प्रयोगशाला के रूप में कार्य कर रहा है, जहाँ आत्मनिर्भर भारत की नींव रखी जा रही है। छोटे-छोटे व्यवसायों और सादगी भरे स्टॉलों के माध्यम से बच्चों को स्वदेशी अपनाने और खुद पर विश्वास करने का महत्व सिखाया जा रहा है, जिससे वे स्वावलंबी और सशक्त बन सकें।

इस अनूठी पहल में स्कूल के बच्चों में भी खासा उत्साह देखने को मिला। वे अपने-अपने स्टॉलों पर सामान बेचते हुए और व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करते हुए नजर आए, जो उन्हें भविष्य के लिए तैयार कर रहा है।
