अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर शनिवार को रायसेन के एक्सीलेंस स्कूल में एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह आयोजन कृषक सहयोग संस्थान द्वारा ‘एक्सेस टू जस्टिस’ परियोजना के तहत किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य बालिकाओं को उनके अधिकारों, शिक्
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कार्यक्रम की मुख्य अतिथि एक्सीलेंस स्कूल की प्राचार्य स्वाति चौहान ने बालिकाओं को शारीरिक और मानसिक रूप से सबल बनने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि ‘अबला नहीं सबला बनें’ और प्रतिदिन ध्यान, योग तथा मेडिटेशन करके सबल, सक्षम और आत्मनिर्भर बनने का प्रयास करें।
ऊर्जा डेस्क प्रभारी श्रेया विश्वकर्मा ने बालिकाओं को पुलिस हेल्पलाइन नंबरों जैसे 100, 1090, 1908 और 112 की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पुलिस उनकी साथी और सहयोगी है, इसलिए निडरता के साथ गलत का विरोध करें। बाल कल्याण समिति की सदस्य ममता पटेल ने बताया कि समिति बच्चों के हित और अधिकारों की रक्षा के लिए काम करती है, जबकि सदस्य अमीषा चतुर्वेदी ने बच्चों को किसी भी अपराध की स्थिति में विश्वसनीय व्यक्ति को बताने की सलाह दी।
रायसेन पुलिस के साइबर एक्सपर्ट सुरेंद्र सिंह ठाकुर ने बालिकाओं को सोशल मीडिया और ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए। उन्होंने वॉट्सऐप, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अनजान लोगों को मित्र न बनाने की विशेष सलाह दी।
कृषक सहयोग संस्थान के निदेशक डॉ. एच.बी. सेन ने बताया कि उनकी संस्था बाल अधिकारों की रक्षा और न्याय तक आसान पहुंच सुनिश्चित करने के लिए जिले भर में सक्रिय है। संस्था पिछले तीन वर्षों से बाल विवाह, बाल शोषण, बाल तस्करी और बाल श्रम जैसे गंभीर विषयों पर काम कर रही है। जिला समन्वयक अनिल भवरे ने बताया कि शासन और संस्था का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि लड़कियों को सुरक्षित और सम्मानजनक वातावरण में अपनी क्षमताओं को विकसित करने का अवसर मिले।
